प्रशांत किशोर ने पटना में आज पत्रकारों से बात करते हुए बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे लोग जन सुराज के कई उम्मीदवारों को डराकर, फुसलाकर और गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठाकर उनपर दवाब बना रहे हैं ताकि वे चुनाव मैदान से हट जाएं।
बिहार चुनाव: प्रशांत किशोर ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने जन सुराज के तीन प्रत्याशियों को नामांकन से रोका। उन्होंने कहा कि पहले तो बीजेपी के लोगों ने जन सुराज के प्रत्याशियों को फुसलाने का काम किया, लेकिन वे जब इससे भी नहीं मानें तो उनको डराया गया और वे जब इससे भी नहीं मानें तो बीजेपी के लोगों ने उनको केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सामने बैठाया गया। ताकि वे चुनाव मैदान से हट जाएं और नामांकन नहीं कर सकें।
प्रशांत किशोर ने कहा कि बीजेपी के लोगों ने एक नहीं बल्कि तीन जन सुराज के घोषित उमीदवारों के साथ ऐसा किया। दानापुर के प्रत्याशी की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे प्रत्याशी अखिलेश को जेल में बैठे बाहुबली ने डराया। इसके बाद उनको गृह मंत्री ने अपने साथ दिन भर बैठा कर नामांकन नहीं करने दिया। गोपालगंज की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जन सुराज के उम्मीदवार डाक्टर शशि शेखर सिन्हा के घर पहुंचे लोगों ने उन पर नामांकन वापस लेने के लिए दबाव बनाया। बीजेपी के दबाव में उन्होंने नामांकन करने के दो घंटे बाद अपना नामांकन वापस ले लिया।
प्रशांत किशोर ने कहा, ‘जब तक भाजपा को हम हरा नहीं देते और एनडीए को उखाड़ नहीं फेंक देते, हम शांत नहीं होंगे। उन्होंने दावा किया कि इसकी बानगी 14 नवंबर को नतीजे दिखेगी। बीजेपी पर उन्होंने माहौल खराब करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे डरे हुए हैं। उन्होंने बीजेपी से कहा कि आप जितने चाहें उतने उम्मीदवार खरीद लीजिए, जितने चाहें उतने उम्मीदवारों को धमका दीजिए और जितने चाहें उतने उम्मीदवारों को उनके घरों में कैद कर दीजिए। हम डरने वाले नहीं हैं।
चुनाव लड़ा जाएगा और पूरी ताकत से लड़ा जायेगा। उन्होंने कहा कि हम महागठबंधन नहीं हैं। बीजेपी के लोगों को महागठबंधन के उम्मीदवारों की परवाह नहीं है। क्योंकि उनको पता है कि महागठबंधन से एक ताकतवर आदमी खड़ा है। वे उनके संबंध में जाकर जनता से कहेंगे, “ये जंगलराज के लोग हैं.” आप अगर नहीं चाहते कि वे वापस आएं, तो हमें वोट दें.” इनको भय जन सुराज के अच्छे लोगों से है। वे उनसे डरे हुए हैं… क्योंकि वे भ्रष्ट नहीं हैं और भ्रष्ट नेताओं से डरते भी नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि जन सुराज का उनमें डर है। क्योंकि इतने अच्छे लोग मैदान में हैं कि उनमें लड़ने की हिम्मत नहीं है…’