पटना

बिहार विधानसभा चुनाव: लालू के गढ़ में एनडीए का दांव, तेजस्वी के लिए कितना आसान होगा 2025 का चुनाव?

Raghopur Vidhan Sabha बिहार के राघोपुर विधानसभा सीट पर लालू परिवार का वर्षों से दबदबा रहा है। खुद लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और अब उनके बेटे तेजस्वी यादव यहां से विधायक चुने जाते रहे हैं। वर्ष 2010 को छोड़कर इस सीट पर लालू परिवार के ही सदस्य चुनाव जीतते आ रहे हैं। जदयू नेता सतीश कुमार ने वर्ष 2010 में यहां से राबड़ी देवी को चुनाव हराया था। 

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Aug 20, 2025
राघोपुर विधानसभा

Raghopur Vidhan Sabha: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले राघोपुर विधानसभा काफी चर्चा में है। लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और अब इनके छोटे बेटे की कर्म भूमि राघोपुर विधानसभा में इस दफा कड़ा संघर्ष होने की उम्मीद है। एनडीए ने बिहार में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 6 लेन पुल का तोहफा देकर लालू परिवार के ‘राजनीतिक गढ़’ में सेंधमारी करने की कोशिश में है। चुनवा में इसका कितना लाभ एनडीए को मिलेगा यह तो समय बतायेगा। लेकिन, इस दफा तैयारी दोनों तरफ से है। राघोपुर में अब तक हुए 20 चुनावों (उप चुनाव समेत) हुए हैं। इसमें से सात बार आरजेडी, तीन बार कांग्रेस और दो बार जनता दल के प्रत्याशी चुनाव जीते हैं। जनसंघ, संसोपा, सोशलिस्ट पार्टी, लोकदल, जनता पार्टी (सेक्युलर), जनता पार्टी और जदयू को भी यहां की जनता ने एक-एक बार मौका दिया है।

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लालू परिवार को गढ़ है राघोपुर

गंगा नदी से घिरे राघोपुर विधानसभा बिहार के वैशाली जिले में स्थित है। यह सीट राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के परिवार का राजनीति गढ़ माना जाता है। लालू परिवार के तीन सदस्य यहां से अब तक सात बार चुनाव जीते हैं। मतदाताओं ने लालू यादव, राबड़ी देवी और उनके बेटे तेजस्वी यादव को बारी-बारी से मौका दिया। फिलहाल यहां से नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव विधायक हैं। तेजस्वी यादव यहां से लगातार दो चुनावों में जीत दर्ज कर चुके हैं। तेजस्वी यादव इस दफा राघोपुर से एक ओर जहां हैट्रिक लगाने की तैयारी में हैं। वहीं, दूसरी ओर 6 लेन पुल के सहारे एनडीए लालू परिवार के ‘राजनीतिक गढ़’ में सेंधमारी करने की कोशिश कर रहा है।

राघोपुर विधानसभा सीट एक नजर

यह विधानसभा क्षेत्र वैशाली जिले में आता है। इसमें दो पंचायत हैं। हाजीपुर और कुछ बिदुपुर का हिस्सा। यहां पर प्रतिवर्ष आने वाली बाढ़ में कटाव एक बड़ी समस्या है। यह विधानसभा सीट साल 1951 में अस्तित्व में आया था। राघोपुर विधानसभा में 3,64,706 मतदाता हैं। इनमें 1,91,639 पुरुष और 1,73,059 महिला वोटर हैं। इनके अलावा 6 थर्ड जेंडर मतदाता भी इस विधानसभा में हैं। राघोपुर के पूरब में महनार, पश्चिम में हाजीपुर, उत्तर में राजापाकर और दक्षिण में पटना सिटी है।

क्या है चुनावी मुद्दा

राघोपुर विधानसभा भौगोलिक रूप से चारों तरफ से गंगा नदी से घिरा है। यहां के लोगों का कहना है कि जो हमें रिंग बांध देगा हम उसी को वोट देंगे। यह मुद्दा कोई नया नहीं है। राघोपुर के लोगों की यह पुरानी मांगे हैं। वे अपनी इस पुरानी मांग को लेकर मुखर हो गए हैं। क्योंकि लंबे समय से बाट देखते देखते अब ये आक्रोशित हो गए हैं। क्योंकि राघोपुर प्रखंड की करीब 20 पंचायतों में से 16 पंचायतें हर साल बाढ़ से प्रभावित हो जाती है।

तेजस्वी यादव का दावा

राघोपुर से विधायक और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का दावा है कि हमने अपने प्रयास से चकसिकंदर, बिदुपुर में इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना कराई। इसके अतिरिक्त कच्ची दरगाह बिदुपुर छह लेन पुल तथा राघोपुर को संपर्कता देने के लिए रैंप बनवाया। पान अनुसंधान केंद्र एवं एक अतिरिक्त पीपा पुल बनावाए। 358 करोड़ की ग्रामीण सड़कें बनवाईं

एनडीए का दावा

मेरी सरकार ने यहां के लोगों की समस्याओं को समझा और 6 लेन पुल देकर यहां के लोगों को आवागमन का स्थायी साधन दिलवाने का प्रयास किया। इस छह लेन पुल से राघोपुर और बिदुपुर के कई पंचायतों को लाभ हुआ है। वर्षो बाद पटना से राघोपुर तक की बस सेवा शुरू हुई और सरकारी योजनाएं दियारा के गांवों तक पहुंची।

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