IMD ALERT: बिहार में अगले 72 घंटे मौसम के लिहाज से बेहद अहम रहने वाले हैं। बारिश और वज्रपात को लेकर आठ जिलों में ऑरेंज अलर्ट और लगभग सभी जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
IMD ALERT: बिहार में ठंड की दस्तक से पहले ही मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है। अक्टूबर के आखिर में जैसे-जैसे तापमान नीचे जा रहा है, वैसे-वैसे आसमान में बादल और हवा का रुख बदलता दिख रहा है। सोमवार, 29 अक्टूबर की सुबह से ही राज्य के कई जिलों में बादल छाए रहे। मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि आने वाले 72 घंटे बिहार के लिए मौसम की दृष्टि से काफी अहम रहने वाले हैं। बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती तूफान मोंथा (Cyclone Montha) के असर से राज्य में भारी बारिश, तेज हवाएं और वज्रपात की संभावना है।
मौसम विभाग ने मंगलवार 30 अक्टूबर के लिए बिहार के 8 जिले पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सीतामढ़ी, मधुबनी, दरभंगा और सुपौल में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसका मतलब है कि इन जिलों में अगले 24 घंटों में भारी से अति भारी बारिश और बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं। विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे बिना जरूरत घर से बाहर न निकलें, खुले मैदानों या पेड़ों के नीचे पनाह न लें, और बच्चों तथा बुजुर्गों को सुरक्षित स्थान पर रखें।
इन 8 जिलों के अलावा, राज्य के लगभग सभी हिस्सों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसका मतलब है कि हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश और बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के बावजूद बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी और हवा के दबाव में बदलाव के कारण यह प्रणाली बनी है। बक्सर, कैमूर, भोजपुर, रोहतास, औरंगाबाद, अरवल, पटना, नालंदा, वैशाली, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया और कटिहार जिलों में भी 30 और 31 अक्टूबर को तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश हो सकती है।
बंगाल की खाड़ी में सक्रिय चक्रवाती सिस्टम ‘मोंथा’ इस समय उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ रहा है। इसका सीधा असर झारखंड और बिहार के मौसम पर पड़ रहा है। IMD के अनुसार, 31 अक्टूबर को यह सिस्टम और मजबूत होगा, जिससे उत्तर बिहार के सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज में अति भारी बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं, पश्चिम चंपारण, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, समस्तीपुर, सहरसा और पूर्णिया में भी भारी बारिश के साथ बिजली गिरने का खतरा रहेगा।
मौसम विभाग का कहना है कि 1 नवंबर (शनिवार) से बारिश में कमी आने लगेगी। हालांकि, सीमांचल और पूर्वी बिहार के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है। अररिया, कटिहार, पूर्णिया और किशनगंज में छिटपुट बारिश के आसार रहेंगे, जबकि दक्षिण बिहार में आसमान धीरे-धीरे साफ होने लगेगा। इससे ठंड बढ़ने की शुरुआत भी हो जाएगी।
IMD ने वज्रपात के दौरान सावधानी बरतने की चेतावनी जारी की है। इसके तहत लोगों से कहा गया है कि वे खुले मैदानों, खेतों, ऊंचे पेड़ों और बिजली के खंभों के नीचे न रहें। मोबाइल या किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का उपयोग करने के समय विशेष सावधानी रखें। किसानों से भी अपील की गई है कि वे फसल की कटाई या सिंचाई का काम कम से कम अगले दो दिनों तक टाल दें ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।