पुलिस ने पटना के महाकाल गैंग के सरगना अजय कुमार सहित 10 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है और अब गैंग की अवैध संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई कर रही है। इन गिरफ्तारियों के बाद गैंग के काम करने के तरीके पर बड़ा खुलासा हुआ है।
बिहार की राजधानी पटना के पूर्वी से पश्चिमी इलाके तक सक्रिय 'महाकाल गैंग' ने अपराध की दुनिया में अपनी एक समानांतर अर्थव्यवस्था खड़ी कर रखी थी। यह गैंग महज मारपीट या रंगदारी वसूलने तक सीमित नहीं था, बल्कि जमीन पर जबरन कब्ज़ा करने, अवैध हथियारों की डीलिंग करने और युवाओं को भर्ती करने के लिए एक बाकायदा मॉडल पर काम करता था। हालिया पुलिस कार्रवाई में गैंग के सरगना अजय कुमार उर्फ 'मतलब' सहित 10 अपराधियों को दबोचने के बाद इस गैंग के भयावह नेटवर्क का खुलासा हुआ है।
पूर्वी एसपी परिचय कुमार के अनुसार, महाकाल गैंग का धंधा बेहद व्यवस्थित तरीके से चलता था, जिसके तीन मुख्य स्तंभ थे। जमीन कब्जा, अवैध हथियार की डीलिंग और सुरक्षा के लिए गैंग में शामील होने की एंट्री फीस।
गैंग के सदस्य सोशल मीडिया पर अत्यधिक सक्रिय थे। वे अपनी दबंगई को प्रचारित करने के लिए फैंसी नामों वाले ग्रुप और पेज बनाते थे। अपनी गाड़ियों पर महाकाल लिखकर घूमना और दबंगई की तस्वीरें-वीडियो अपलोड करना, गैंग के सदस्यों के लिए एक स्टेटस सिंबल बन गया था। यह उन्हें निर्दोष लोगों के बीच भय और वर्चस्व बनाए रखने में मदद करता था।
सिटी एसपी परिचय कुमार ने दावा किया कि पुलिस गैंग की कमर तोड़ने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चला रही है। पिछले दो महीनों में पूर्वी इलाके (धनरूआ, पुनपुन) से 17-18 गैंग के सदस्य पकड़े गए हैं। हाल ही में सरगना अजय कुमार उर्फ 'मतलब' सहित 10 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया, जिनके पास से दो कट्टा, दस जिंदा कारतूस और एक स्कॉर्पियो बरामद की गई। अजय उर्फ मतलब पर पुनपुन थाने में ऑनर किलिंग सहित कई गंभीर मामले दर्ज हैं।
पुलिस अब इन अपराधियों के कब्जे से अवैध हथियार के साथ-साथ उनकी अवैध आय से अर्जित संपत्ति को भी जब्त करने की कार्रवाई कर रही है, ताकि गैंग का आर्थिक आधार पूरी तरह से खत्म किया जा सके।
महाकाल गैंग की नींव बिहटा बसौढा के अमित सिंह ने 2016-17 में रखी थी। शुरुआती दौर में यह गैंग बिहटा, नौबतपुर इलाके में बालू से लेवी वसूलता था और शूटर्स तैयार करता था। गैंग ने पहली बड़ी हत्या बिहटा के व्यवसायी संघ के अध्यक्ष निर्भय सिंह की की थी। बाद में गैंग के सरगना अमित सिंह की हत्या देवघर कोर्ट में पेशी के दौरान कर दी गई थी। सिकंदरपुर का छोटे सरकार भी इसी गैंग से जुड़ा था, जिसकी हत्या भी 2023 में देवघर कोर्ट में हुई थी। पुलिस अब फरार चल रहे मुख्य सहयोगी 'बुलेट' की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है और दावा कर रही है कि जल्द ही बिहार को इस आतंक से मुक्त किया जाएगा।