बिहार विधानसभा चुनाव मुजफ्फरपुर के गायघाट विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में गुरूवार को नीतीश कुमार और चिराग पासवान के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। फायरिंग की सूचना के बाद अफरा तफरी मच गई है।
बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले वोटरों को गोलबंद करने की कवाय की जा रही है। एनडीए की ओर से इसको लेकर प्रत्येक विधानसभा में कार्यकर्ता सम्मेलन कर रही है। लेकिन, गुरुवार को मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एनडीए के कार्यकर्ता सम्मेलन में टिकट के दो दावेदार आपस में भिड़ गए।
जदयू नेता एवं पूर्व मंत्री महेश्वर यादव के बेटे प्रभात किरण और वैशाली से लोजपा-आर की सांसद वीणा देवी की बेटी कोमल सिंह के समर्थकों ने गदर मचा दिया। मारपीट और तोड़फोड़ के बीच गोली चलने के अफवाह के कारण भगदड़ मच गई। कहा जा रह है कि बड़ी संख्या में कुर्सियां भी तोड़ दी गईं।
गुरुवार को गायघाट के जारंग हाईस्कूल मे एनडीए के विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में जमकर हंगामा हुआ। दरअसल, यह विवाद बाहरी और स्थानीय नेता के मुद्दा को लेकर शुरू हुआ। इस मुद्दे पर विवाद बढ़ता चला गया। कार्यक्रम मे युवा नेत्री कोमल सिंह(सांसद वीणा देवी और एमएलसी दिनेश सिंह की बेटी) के मंच के पास पहुंचते ही उनके खिलाफ नारे लगने लगे। कार्यक्रम में आए लोगों में कुछ लोगों ने बाहरी भगाओ गायघाट बचाओ का नारा लगाने लगे।
स्थानीय नेताओं का कहना है कि जदयू नेता प्रभात किरण के समर्थक कोमल सिंह का विरोध में नारा लगा रहे थे। इस मुद्दे पर दोनों पक्ष के लोग कुछ कार्यकर्ता आपस में भिड़ गये। इसके बाद कर्यकर्ता सम्मेलन में कुर्सियां फेंकी गई और मंच की ओर झंडा फेका गया। इसी बीच कार्यक्रम स्थल पर गोली चलने की चूचना के बाद भगदड़ मच गई। हलाकि इस हंगामा मे किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।
प्रभात किरण और कोमल सिंह के बीच मंच पर भी तीखी नोकझोंक हुई। हंगामा के बीच टेबल भी पलट दिया गया। हंगामा इतना बढ़ गया कि आस पास के थाने की पुलिस भी आ गई। पूरे मामले को शांत करवाने में उनको काफी मशक्त करने पड़े। इसी बीच भगदड़ मचने से हंगामा बढ़ता चला गया। कार्यक्रम स्थल पर फूल ले जा रहे जेसीबी को भीड़ ने रोक लिया और फूल फेंक दिया। हंगामा शांत होने के बाद फिर कुछ देर बाद भी बैठक हुई। लेकिन विभिन्न गुटों के कार्यकर्ता अपने चहेते नेता का तख्ती लिए नारेबाजी करते दिखे।