Patna Metro: पटना में मेट्रो रेल सेवा साढ़े 18 घंटे बाद फिर से पटरी पर दौड़ने लगी। उद्घाटन के 76 दिन बाद आई तकनीकी खराबी दूर कर ली गई है।
Patna Metro पटना में 77 दिन चलने के बाद बुधवार को मेट्रो सेवा पूरी तरह ठप हो गई थी। साढ़े 18 घंटे बाद मेट्रो फिर ट्रैक पर दौड़ने लगी। तकनीकी खामी से क्रिसमस के दिन मेट्रो सैर करने पहुंचे लोगों को निराशा हुई, लेकिन गड़बड़ी दूर कर सेवा फिर शुरू कर दी गई। अधिकारियों के मुताबिक, सिस्टम में अपडेट नहीं होने से ट्रेन में परेशानी आई थी, जिसे ठीक कर लिया गया।
पटना में मेट्रो का दायरा फिलहाल कम है, इसलिए इसका जनजीवन पर ज्यादा असर नहीं पड़ा। दायरा बड़ा होने पर 18 घंटे का ब्रेकडाउन लोगों को बुरी तरह प्रभावित करता। क्रिसमस के दिन घूमने आए यात्रियों की उम्मीदें पानी में गईं। फिलहाल मेट्रो भूतनाथ, जीरो माइल और न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल के बीच चलती है। पटना में रोज करीब 1000 यात्री सफर करते हैं।
पटना मेट्रो का उद्घाटन 6 अक्टूबर को हुआ था। 7 अक्टूबर से 24 दिसंबर तक 76 दिन मेट्रो बिना रुकावट चली। बुधवार को तकनीकी कारणों से सेवा ठप हो गई, जिससे मेट्रो प्रबंधन की तैयारियों पर सवाल उठे। अधिकारियों के मुताबिक, सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं होने से ट्रेन स्टार्ट नहीं हो रही थी। पटना मेट्रो इंजीनियरों ने कोशिश की, लेकिन लॉक नहीं खुला। बाहर से सॉफ्टवेयर इंजीनियरों की टीम बुलाई गई, तब जाकर परिचालन शुरू हुआ। भविष्य में ऐसी परेशानी न हो, इसके लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन को पुख्ता व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।
नए साल 2026 में पटना मेट्रो के विस्तार की तैयारी जोरों पर है। सूत्रों के मुताबिक, जनवरी के अंत तक प्राथमिक कॉरिडोर पर भूतनाथ से मलाही पकड़ी तक मेट्रो सेवा शुरू हो सकती है। हालांकि खेमनीचक स्टेशन पर मेट्रो नहीं रुकेगी, क्योंकि वहां काम अधूरा है। इस कॉरिडोर की लंबाई 6.1 किमी है, फिलहाल 2.9 किमी ट्रैक पर मेट्रो चल रही है। मेट्रो पश्चिम से पूर्व पटना को जोड़ेगी, जिससे कुल लंबाई 31.9 किमी हो जाएगी। 13,365 करोड़ की लागत आएगी। कॉरिडोर टू में टनल खोदने वाली मशीन पटना विवि से पीएमसीएच पहुंच गई, गांधी मैदान जाएगी। दूसरी मशीन गांधी मैदान से आकाशवाणी होते हुए पटना जंक्शन जा रही है।