बिहार में शराबबंदी के बाद सूखे नशे का कारोबार तेजी से बढ़ा है। हालांकि पटना पुलिस की मुस्तैदी की वजह से सूखे नशे का खेप बड़ी मात्रा में अक्सर जब्त होता है। पटना पुलिस ने एक बार फिर से ऐसी ही बड़ी कार्रवाई की है।
पटना में शराबबंदी के बाद बढ़ते नशे के कारोबार पर पटना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने कंकड़बाग थाना क्षेत्र में दो अलग-अलग गोदामों में छापेमारी कर 15,609 सूई, 13,000 नशीले टैबलेट (ट्रामजोल) और साढ़े 4 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं। इस कार्रवाई में 7 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं, जिनमें इस कारोबार का मास्टरमाइंड भी शामिल है।
पटना एसएसपी कार्तिकेय के शर्मा ने बताया कि पब्लिक से मिली सूचना के आधार पर कंकड़बाग झोपड़पट्टी में एक हॉकर गणेश की गिरफ्तारी हुई। गणेश के कब्जे से 100 प्रतिबंधित इंजेक्शन बरामद हुए। पूछताछ में इस पूरे नेटवर्क के मास्टरमाइंड ब्रिजेश (नालंदा निवासी) का पता चला।
इसके बाद पूर्वी एसपी के नेतृत्व में एएसपी सदर, कंकड़बाग और जक्कनपुर थाना पुलिस की टीम गठित की गई और फिर पीसी कॉलोनी और बजरंगपुर में स्थित दो गोदामों में छापेमारी की गई। इस दौरान राहुल नामक आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया। राहुल के निशानदेही पर 15,609 इंजेक्शन, 13,500 नशीले टैबलेट और साढ़े 4 लाख रुपये नकद जब्त किए गए।
गिरफ्तार ब्रिजेश ने पूछताछ में बताया कि बरामद किए गए इंजेक्शन दिल्ली से भेजे जाते थे और इस पूरे नेटवर्क के पीछे एक बड़ा माफिया है। पटना पुलिस ने इस मामले में कुल 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। एसएसपी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है और पूछताछ जारी है।
बिहार में शराबबंदी के बाद सूखे नशे का कारोबार तेजी से बढ़ा है। युवा वर्ग इस कारोबार के शिकार बन रहे हैं और माफियाओं के करोड़ों का खेल चल रहा है। पटना पुलिस ने इस नेटवर्क को ध्वस्त कर नशे के कारोबार पर बड़ा संदेश दिया है। एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि पुलिस इस तरह की कार्रवाई लगातार जारी रखेगी ताकि युवाओं को नशे की लत से बचाया जा सके और अपराधियों को किसी भी सूरत में छूट न मिले।
पटना पुलिस का कहना है कि यह अभियान विशेष समकालीन अभियान का हिस्सा है और आने वाले दिनों में भी सघन कार्रवाई जारी रहेगी, ताकि किसी तरह का भय या अव्यवस्था चुनावी और सामाजिक माहौल में न उत्पन्न हो। पटना एसएसपी ने स्पष्ट किया कि कोई भी आरोपी किसी भी हाल में बच नहीं पाएगा। उनका कहना है कि पुलिस की कार्रवाई न केवल गिरफ्तारी तक सीमित नहीं होगी, बल्कि नेटवर्क के अन्य पहलुओं की भी पूरी छानबीन की जाएगी।