Bihar Politics: प्रशांत किशोर 15 जनवरी के बाद अपनी टीम के साथ बिहार के सभी प्रखंडों में जाएंगे। महिला रोजगार योजना से मिलने वाली राशि को लेकर वे बिहार की महिलाओं से मिलेंगे।
Bihar Politicsबिहार विधानसभा चुनाव 2025 में मिली करारी हार के बाद, जनसुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर 15 जनवरी से एक नया अभियान शुरू करेंगे। प्रशांत अपनी टीम के साथ फिर से बिहार के सभी प्रखंडों में जाएंगे, महिलाओं से मिलेंगे और उन्हें महिला रोजगार योजना के तहत मिलने वाले दो लाख रुपये के लिए अभियान चलाएंगे। प्रशांत किशोर इस अभियान को शुरू में 18‑20 महीनों तक चलाने की योजना बना रहे हैं। प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार से जनसुराज पार्टी हतोत्साहित नहीं है, बल्कि वह और अधिक ताकत के साथ एक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाने के लिए तैयार है।
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पीके ने अगले 18-20 महीनों का प्लान बना तैयार कर लिया है जिसकी शुरुआत 15 जनवरी(खरमास) के बाद होगी। प्रशांत किशोर ने बिहार के भितिहरवा आश्रम में पत्रकारों से बात करते हुए ये बातें कही। प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार सरकार के पास इस काम के लिए पैसा नहीं था पर वर्ल्ड बैंक के कर्ज के पैसे को डायवर्ट करके लोगों के खाते में भेजे गए। बिहार सरकार ने दो-दो लाख देने का वादा भी किया है। जन सुराज इसे दिलाने के लिए पूरे बिहार में वार्ड स्तर पर अभियान चलाएगा।सभी परिवारों का फॉर्म भरवाकर सरकार तक पहुंचाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार ने दो‑दो लाख रुपये देने का वादा किया है। जनसुराज इसे अभियान के रूप में पूरे बिहार में वार्ड स्तर पर चलाएगा। सभी महिलाओं के फॉर्म भरवाकर सरकार तक पहुंचाए जाएंगे। प्रशांत किशोर ने कहा कि सरकार ने जिन महिलाओं को दस हजार रुपये दिए हैं, उनके काम को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी जनसुराज ले रहा है। सरकार या प्रशासन के अधिकारी यह कह सकते हैं कि यदि महिलाओं ने फॉर्म नहीं भरा तो ऐसा कहने का अवसर नहीं दिया जाएगा।
पीके ने कहा कि आने वाले 18-20 महीनों में हर वार्ड में जाकर इस काम को करेंगे। इसकी शुरुआत 15 जनवरी 2026 से होगी। प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार की डेढ़ करोड़ महिलाओं को सरकार ने 10 हजार रूपये व्यवसाय शुरू करने के लिए दिया है। जन सुराज अब उन सभी डेढ़ करोड़ महिलाओं का फॉर्म भरवाने का जिम्मा उठा रही है। ताकि सभी महिलाओं को दो लाख रूपये मिल जाएं। इसके लिए जन सुराज राज्य के एक लाख 18 हजार वार्डों में बैठक करेगा और जिनसे वोट खरीदे गए उनसे फॉर्म भरवाया जायेगा। ताकि उन्हें दो लाख मिल जाएं या पता चल जाए कि किसी भी लालच में पड़कर वोट बेचने का काम नहीं करना है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने पैसा नहीं दिया तो सभी पीड़ितों के साथ पदाधिकारियों का घेराव किया जाएगा।