SVU ने रविवार को आय से अधिक संपत्ति के मामले में एक्साइज सुपरिटेंडेंट अनिल कुमार आजाद के तीन ठिकानों पर छापा मारा। छापे में उम्मीद से कहीं ज्यादा संपत्ति मिली। अलग-अलग जगहों पर इन्वेस्टमेंट की जानकारी भी मिली।
SVU Raid: बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ विशेष निगरानी इकाई (SVU) ने रविवार को बड़ी कार्रवाई की है। औरंगाबाद के उत्पाद अधीक्षक अनिल कुमार आज़ाद के तीन जिलों में एक साथ छापेमारी के बाद करोड़ों की संदिग्ध संपत्ति का खुलासा हुआ है। छापेमारी के दौरान जिन दस्तावेज़ों और निवेशों का पता चला है, वे FIR में दर्ज शुरुआती आरोपों से कई गुना अधिक हैं। इस संबंध में अपर पुलिस म्हणनिदेशक पंकज कुमार दराद ने कहा कि सरकारी सेवा में रहते हुए उन्होंने जितनी संपत्ति अर्जित की है, वह उनके ज्ञात वैध आय से मेल नहीं खाती।
न्यायालय से तलाशी वारंट मिलने के बाद SVU की कई टीमों ने रविवार सुबह औरंगाबाद, जहानाबाद और पटना में एक साथ रेड की। छापेमारी की शुरुआत होते ही कई ठिकानों पर दस्तावेज़ों का ढेर सामने आने लगा। औरंगाबाद में उनके कार्यालय और आवास पर, जहानाबाद के पैतृक घर में और पटना के पश्चिमी शिवपुरी स्थित निवास पर लंबी तलाशी चली। अधिकारियों के मुताबिक, सभी ठिकानों से मिली जानकारी पहले से दर्ज किए गए आरोपों से कहीं अधिक गंभीर है।
छापेमारी में जांच टीम के हाथ अब तक 10 जमीन के दस्तावेज़ लगे हैं। इनमें से छह संपत्तियां सिर्फ पटना के मानस मार्ग/शास्त्रीनगर में, आरोपी की पत्नी माधुरी देवी के नाम पर पाई गईं। बाकी चार दस्तावेज़ जहानाबाद में पत्नी और अन्य परिजनों के नाम पर हैं। इन अचल संपत्तियों की अनुमानित कीमत करीब 1 करोड़ 78 लाख रुपये आंकी जा रही है। SVU के अधिकारियों की मानें तो सरकारी सेवा से मिलने वाली आय से इतने बड़े पैमाने पर जमीन खरीदना संभव नहीं है, इसलिए सभी दस्तावेज़ों को संदिग्ध माना जा रहा है।
पटना स्थित आवास की तलाशी में टीम को लगभग 28 लाख रुपये की फिक्स्ड डिपॉजिट से जुड़े कागज़ मिले। इसके अलावा विभिन्न बीमा कंपनियों, योजनाओं और रिसॉर्ट प्रोजेक्ट्स में किए गए निवेश के दस्तावेज़ों ने जांच को और गहराई दी है। SVU के मुताबिक, LIC, SBI Life, UCO Life और Oregano Resort जैसे संस्थानों में 1 करोड़ 54 लाख रुपये से अधिक का निवेश मिला है। इन निवेशों के स्रोत का पता लगाने के लिए मनी ट्रेल खंगाला जा रहा है।
छापेमारी में पता चला कि अनिल कुमार आज़ाद, उनकी पत्नी और अन्य परिजनों के नाम पर चल रहे विभिन्न बैंक खातों में कुल 48 लाख रुपये से अधिक की जमा राशि मौजूद है। जांचकर्ताओं का कहना है कि बैंक लेनदेन का पैटर्न बेहद संदिग्ध है और कई खातों में लगातार भारी रकम जमा होती रही है। इस दौरान यह भी पता चला कि आरोपी ने SBI और इंडियन बैंक के अलावा अन्य संस्थानों में भी निवेश और लेनदेन किया है, जिनकी जांच जारी है।
घर की तलाशी में टीम को 26 लाख रुपये मूल्य के सोने-चांदी के जेवरात मिले। इसके अलावा करीब 8 लाख 60 हजार रुपये की ज्वेलरी रसीदें भी बरामद की गईं। जांच टीम को तीन बैंक लॉकरों की जानकारी भी मिली है। अधिकारियों का कहना है कि लॉकर खुलने के बाद और भी बड़ी रिकवरी की संभावना है।