भोजपुरी अभिनेता और आरजेडी के स्टार उम्मीदवार खेसारी लाल यादव पर अब तेज प्रताप यादव ने तंज कसा है। उन्होंने आरजेडी के नौकरी वाले वादे और खेसारी लाल यादव के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि खेसारी कौन स नौकरी देंगे, नाचने वाला
बिहार विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप और बयानबाजी का दौर चालू है। इसी बीच भोजपुरी सुपरस्टार और RJD उम्मीदवार खेसारी लाल यादव एक बार फिर सियासी सुर्खियों में हैं। पहले उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने उन्हें नचनिया कहकर घेरा और अब तेज प्रताप यादव ने उनके रोजगार वाले वादे पर तंज कस दिया है।
पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान जनशक्ति जनता दल के प्रमुख तेज प्रताप यादव ने खेसारी लाल यादव के उस बयान पर चुटकी ली, जिसमें उन्होंने कहा था कि महागठबंधन की सरकार बनने पर कम से कम 50 लाख नौकरियां दी जाएंगी। तेज प्रताप ने हंसते हुए कहा, “खेसारी लाल कौन सी नौकरी देगा? नाचने वाला नौकरी देगा क्या?” उनका यह बयान उस वक्त आया है जब एनडीए और महागठबंधन, दोनों ही गुट चुनावी वादों को लेकर एक-दूसरे पर हमलावर हैं। तेज प्रताप की यह टिप्पणी, एनडीए के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के नचनिया वाले बयान के बाद आई है।
दरअसल, खेसारी लाल ने ने एक इंटरव्यू में महागठबंधन के रोजगार के वादे का बचाव किया था. RJD की ओर से 2 करोड़ नौकरियां देने के वादे पर उन्होंने कहा, "अगर हम 2 करोड़ नौकरियां नहीं देंगे, तो कम से कम 50 लाख नौकरियां तो देंगे. कम से कम हमारे नेता रोजगार देने की बात तो कर रहे हैं. NDA सरकार तो वादा भी नहीं करती; वह केवल 'जंगल राज' की बात करती है." महागठबंधन ने सरकार बनने के 20 दिनों के भीतर कानून पारित कर राज्य में हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का वादा किया है।
तेज प्रताप ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के छठ वाले बयान पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी छठ किए हैं क्या? उन्हें क्या पता छठ क्या होता है? जो आदमी हर वक्त विदेश भाग जाता है, उसे छठ मईया का क्या ज्ञान होगा?” मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या पर उन्होंने कहा, “कानून व्यवस्था पूरी तरह खराब हो चुकी है, दोषियों को तुरंत सजा मिलनी चाहिए।” उन्होंने कहा कि बिहार में अपराधियों के हौसले लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
तेज प्रताप ने कहा कि अगर उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव महुआ (जहां से वे चुनाव लड़ रहे हैं) में उनके खिलाफ प्रचार करने जाएंगे, तो वे भी राघोपुर जाकर तेजस्वी के खिलाफ प्रचार करेंगे। इस बयान से RJD परिवार में चल रही भीतरी खींचतान एक बार फिर चर्चा में आ गई है।