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जिस तब्लीगी इज्तिमा में आते हैं 15 लाख लोग, कभी सिर्फ 13 लोगों से हुई थी उसकी शुरुआत

Aalami Tablighi Ijtema 2025 : भोपाल में शुक्रवार 14 से 17 नवंबर 2025 के बीच चार दिवसीय सालाना आलमी तब्लीगी इज्तिमा होने जा रहा है। इस बार इस धार्मिक समागम में 15 लाख लोगों के दुनिभर से आने की उम्मीद है। लेकिन, क्या आप जानते हैं इस इज्तिमा की शुरुआत 13 लोगों से हुई थी।

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आलमी तब्लीगी इज्तिमा भोपाल (Photo Source- Patrika)

Aalami Tablighi Ijtema 2025 : दुनिया के सबसे बड़े सालाना आयोजनों में शामिल मध्य प्रदेश के शहर भोपाल का आलमी तब्लीगी इज्तिमा इस बार 14 नवंबर 2025 से शुरु हो रहा है। इस चार दिवसीय आयोजन का समापन 17 नवंबर को लाखों लोगों द्वारा एक साथ मांगी जाने वाली इज्तिमाई दुआ से होगा। इज्तिमा इंतेजामिया की मानें तो इस बार भारत समेत दुनियाभर के करीब-करीब सभी देशों से लगभग 15 लाख लोगों के इस वैश्विक समागम में आने की उम्मीद है। इसे लेकर प्रशासन और इज्तिमा प्रबंधन की संयुक्त तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।

लेकिन, क्या आप जानतें हैं, जिस आयोजन में शामिल होने आज दुनियाभर से लाखों लोग आ रहे हैं, कभी इस इज्तिमा की शुरुआत सिर्फ 13 लोगों से हुई थी। यानी पहले इज्तिमा में सिर्फ भारत के ही अलग-अलग इलाकों से 13 लोग शामिल हुए थे।

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जमातें आने का सिलसिला जारी

आलमी तब्लीगी इज्तिमा भोपाल (Photo Source- Patrika)

देश के दूर दराज वाले राज्यों के साथ साथ कई देशों से जमातों के आने का सिलसिला शुरू हो चुका है। आयोजन इतना बढ़ा होता है कि, 15 दिन पहले से ही जमातें आना शुरू हो जाती हैं। रविवार के बाद सोमवार सुबह भी बड़ी संख्या में लोग ट्रेन और फ्लाइट से भोपाल पहुंचे। पहले से आने वाली जमातों को इज्तिमा स्थल से नजदीक वाली मस्जिदों में ठहराया जाता है।

कोरोना के चलते रोकना पड़ा था इज्तिमा

कोरोना के चलते साल 2020 में भोपाल का आलमी तब्लीगी इज्तिमा निरस्त करना पड़ा था। इसके बाद साल 2021 और 2022 में विदेशों से जमातों के भोपाल आने पर प्रतिबंध था। साथ ही, आयोजन में लोगों की तादाद और सुरक्षा संबंधी गाइडलाइन जारी की गई थी। क्योंकि विदेशी ट्रेवल के कारण कोरोना सर्कुलेट होने की संभावनाएं बढ़ रही थीं। लेकिन वर्ष 2023 तक कोरोना का प्रभाव पूरी तरह खत्म होने पर कोरोना काल से पहले की व्यवस्थाओं को यथावत कर दिया गया है। तब से लेकर बीते दो साल में विदेश से जमातों के आने की संख्या लगातार बढ़ रही है। चार दिवसीय इज्तिमा को सफल बनाने और लोगों की के लिए शहर और आसपास के हजारों लोग वालिंटियर बनते हैं।

इस बार 78वां आलमी तब्लीगी इज्तिमा

आलमी तब्लीगी इज्तिमा भोपाल (Photo Source- Patrika)

भोपाल में इस बार हो रहा इज्तिमा 78वां आलमी तब्लीगी इज्तिमा है। ये ईंटखेड़ी स्थित घासीपुरा में हो रहा है। यह स्थान भोपाल से 14 किलोमीटर दूर है। 14 नवंबर से शुरू होने वाले इज्तिमा का समापन 17 नवंबर को देश-विदेश से आए लोगों की सामूहिक दुआ के साथ होगा।

भोपाल के सालाना इज्तिमा का इतिहास

भोपाल में लगने वाला आलमी इज्तिमा दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सालाना समागम है। इसकी शुरुआत 1947 को हुई थी। शहर में स्थित मस्जिद शकूल खां में पहला इज्तिमा हुआ था। उस दौरान भोपाल समेत देश के अलग-अलग इलाकों से करीब 13 लोग शामिल हुए थे। यहां इज्तिमा साल 1970 तक चल सका, लेकिन मस्जिद शकूर खां में जगह कम पड़ने के चलते 1971 से इसे भोपाल में स्थित देश की सबसे बड़ी मस्जिद ताज-उल-मसाजिद में शिफ्ट किया गया। धीरे-धीरे देश-दुनिया से आने वालों की संख्या बढ़ने लगी और यह स्थान भी छोटा पड़ गया। ऐसे में साल 2003 से आलमी इज्तिमा शहर से करीब 14 किलोमीटर दूर बैरसिया रोड स्थित ईंटखेड़ी इलाके के घासीपुरा में शिफ्ट किया गया। तब से लेकर अबतक यहां आयोजन शांतिपूर्ण ढंग से होता आ रहा है।

4 दिवसीय वैश्विक समागम

आलमी तब्लीगी इज्तिमा भोपाल (Photo Source- Patrika)

आमतौर पर हर साल होने वाला आलमी तब्लीगी इज्तेमा शुक्रवार, शनिवार, रविवार और सोमवार को आयोजित होता है। इस वैश्विक आयोजन में दुनियाभर से लोग जमातें बनाकर (इकट्ठे) होकर शामिल होने आते हैं। शुक्रवार की सुबह फज्र की नमाज़ के साथ इस आलमी समागम की शुरूआत होती है, जिसमें एक के बाद एक मुस्लिम विद्वानों और मौलवियों के व्याख्यानों की श्रृंखला होती है। ज़ुहर की नमाज़ के बाद एक विराम होता है। कार्यक्रम चार दिनों तक इसी क्रम के तहत चलता है।

सरकार कराती है खास व्यवस्था

आयोजन को लेकर मध्य प्रदेश सरकार जमात में आने वालों की सुविधा के लिए बिजली, पानी और सुरक्षा के साथ-साथ पार्किंग की व्यवस्था भी करती है। दुनिया के विभिन्न हिस्सों से लेकर पश्चिमी देशों तक से जमात के लोग इस समागम में शामिल होते हैं। इज्तेमा समिति विदेशों से आने वाले लोगों के लिए अनुवादक और मूक-बधिरों के लिए अनुवादक भी उपलब्ध कराती है।

3 देशों में होता है सालाना आलमी इज्तिमा

आलमी तब्लीगी इज्तिमा भोपाल (Photo Source- Patrika)

आपको ये भी बता दें कि, वैसे तो अब दुनियाभर में इज्तिमा आयोजन हो रहे हैं। लेकिन, दुनियाभर में सिर्फ तीन ही ऐसे देश हैं, जहां सालाना आलमी इज्तिमा का सालाना आयोजन होता है। इसमें पहले स्थान पर बांग्लादेश है, यहां दुनियाभर से आने वालों की संख्या करोड़ों में होती है। पिछले साल के इज्तिमा की बात करें तो बांग्लादेश में करीब साढ़े चार करोड़ लोग सालाना चार दिवसीय समागम में शामिल हुए थे। दूसरे स्थान पर भारत है। यहां होने वाले सालाना इज्तिमा में दुनियाभर से करीब 15 लाख लोग शिरकत करते हैं। वहीं, तीसरे स्थान पर पाकिस्तान है। यहां भी हर साल लाखों की संख्या में लोगों के शामिल होने की जानकारी रहती है।

Published on:
11 Nov 2025 06:00 am
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