Abhishek Sharma T20 Career: अभिषेक शर्मा टी20 में रिकॉर्ड बनाकर सुर्खियों में हैं। बचपन में बहनों से मदद मांगने वाले अभिषेक ने दादी का सपना सच किया और अब विरोधी गेंदबाजों के लिए खौफ बन चुके हैं।
भारतीय क्रिकेट के नए सितारे अभिषेक शर्मा, आज टीम इंडिया के लिए खेलकर काफी सुर्खियां बटोर रहे हैं। लेकिन इस सफलता के पीछे एक उनकी मेहनत और परिवार का हौसला है। अभिषेक के पिता राजकुमार शर्मा ही उनके कोच रहे हैं। वह खुद फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेल चूके हैं। उन्होंने एक इंटरव्यू में अपने संघर्ष के दिनों को याद किया और भावुक हो उठे।
राजकुमार शर्मा ने बताया कि, मैं अपनी माँ से कहा करता था कि मैं नहीं खेल पाया जबकि मेरे सारे दोस्त इंडिया खेल गए। शायद भगवान कि यह मर्जी थी। माँ कहती थी कि कोई बात नहीं बेटा, तू नहीं? पर तेरा बेटा जरूर इंडिया खेलेगा। यह सुनकर राजकुमार को उम्मीद मिलती और आज वही हकीकत में बदल गई।
अभिषेक बचपन से ही क्रिकेट के दीवाने थे। तीन - चार साल की उम्र में पिता ने उन्हें एक प्लास्टिक का बैट दिलाया, जिससे वह खेला करते थे। उन्होंने यह बताया कि अभिषेक बैट से खूब शॉट मारा करते थे उनकी आवाज भी ठीक से नहीं निकलती थी, लेकिन बोलते थे कि पापा, बॉल फेंको। फिर अपनी बहनों से रिक्वेस्ट किया करते कि बॉल फेकें, रात को बोलिंग कराने को अपनी माँ को बुलाते। बल्लेबाजी की यह लत आज उन्हें यहां ले आई है।
राजकुमार शर्मा बैंक में नौकरी करते मगर वहा से छुट्टियां लेकर बेटे को कोचिंग भी देते। उन्होंने बताया कि जिन बच्चों को वह कोचिंग कराते वह बताते हैं कि आपके बेटे में बहुत ख़ास टैलेंट है। तभी से पिता ने तय किया कि अभिषेक को खुद ही ट्रेनिंग देंगे। खास बात यह है कि क्रिकेट खेलने के बावजूद भी अभिषेक पढ़ाई में अव्वल रहे। दिल्ली पब्लिक स्कूल अमृतसर में वह हर कक्षा में 90% से ज्यादा अंक लाते थे। वह टूर्नामेंट के बीच में परीक्षा देकर शानदार रिज़ल्ट भी लाते और बाद में बीए तक की पढाई पूरी की।
आज अभिषेक भारत की टी20 टीम के लिए 21 मैच खेल चुके हैं और 708 रन बना चुके हैं। उनका स्ट्राइक रेट 197.21 है और वे सबसे तेज़ 50 छक्के लगाने वाले बल्लेबाज़ भी बन गए हैं। एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ उनकी 39 गेंदों में 74 रन की पारी ने क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया। राज कुमार गर्व से कहते हैं, “हर मां-बाप की इच्छा होती है कि बेटा या बेटी अपने पैरों पर खड़े हों। आज मेरा बेटा देश के लिए मैच जीता रहा है, ये मेरे लिए गर्व का पल है।"