India Philippines Relations: भारत और फिलीपींस के रिश्ते ऐतिहासिक गहराई से होते हुए अब रणनीतिक साझेदारी में बदल रहे हैं। पीएम मोदी और राष्ट्रपति मार्कोस की मुलाकात ने द्विपक्षीय सहयोग को नई दिशा दी है।
India Philippines Relations: भारत और फिलीपींस के संबंध (India Philippines relations) सदियों पुराने हैं, जिनकी जड़ें ऐतिहासिक व्यापार, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और बौद्ध धर्म के प्रसार तक फैली हुई हैं। प्राचीन काल में दोनों देशों के बीच समुद्री व्यापार के माध्यम से संपर्क स्थापित व्यापारी और फिलीपींस के कई द्वीपों के बीच मसालों, रेशम और अन्य वस्तुओं का आदान-प्रदान होता था। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) और राष्ट्रपति मार्कोस जूनियर की मुलाकात (Marcos Modi meeting) को लेकर कूटनीतिक और सामरिक हलकों में सकारात्मक प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह मुलाकात(Diplomatic visit India 2025) भारत-फिलीपींस संबंधों में रणनीतिक गहराई लाएगी। दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय बैठक के बाद दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग, व्यापार समझौतों और इंडो-पैसिफिक नीति (Indo-Pacific strategy) पर साझा कार्य योजना तैयार होने की संभावना है। अब रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय की ओर से अगले दौर की बातचीत की तारीख जल्द तय की जा सकती है। ध्यान रहे कि 1951 में आधिकारिक राजनयिक संबंध स्थापित हुए, और तब से दोनों देश लोकतंत्र, बहुलवाद, और क्षेत्रीय शांति के साझा मूल्यों के आधार पर सहयोग करते आ रहे हैं।
रक्षा और सामरिक सहयोग: भारत और फिलीपींस ने ब्रह्मोस मिसाइल प्रणाली को लेकर रक्षा सौदे किए हैं, जो इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में रणनीतिक संतुलन के लिहाज़ से अहम हैं।
समुद्री सुरक्षा: दक्षिण चीन सागर में चीन की बढ़ती गतिविधियों के मद्देनज़र, भारत और फिलीपींस समुद्री कानून और स्वतंत्र नौवहन के समर्थन में एक साथ खड़े हैं।
व्यापार और निवेश: दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2 बिलियन डॉलर से अधिक का है, और इसमें दवाओं, सूचना प्रौद्योगिकी, कृषि और ऑटोमोबाइल जैसे क्षेत्र प्रमुख हैं।
शिक्षा और संस्कृति: भारतीय छात्र फिलीपींस में चिकित्सा और तकनीकी शिक्षा प्राप्त करते हैं, जबकि सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से दोनों देशों के लोग एक-दूसरे के करीब आ रहे हैं।
मोदी और मार्कोस की यह मुलाकात केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि साझा हितों और वैश्विक चुनौतियों के बीच सहयोग को और मजबूत करने की दिशा में एक ठोस कदम है। भारत और फिलीपींस इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में स्थिरता, समृद्धि और शांति के लिए मिल कर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
अब भारत और फिलीपींस के बीच सदियों पुराने रिश्ते आज एक नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहे हैं। इतिहास की गहराई से लेकर वर्तमान की रणनीतिक साझेदारी तक, यह संबंध आने वाले समय में और भी सशक्त और समृद्ध होने की ओर अग्रसर हैं।
2025 में फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर की भारत यात्रा इन रिश्तों में एक नए युग की शुरुआत मानी जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद हाउस में उनका भव्य स्वागत किया। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठकें हुईं, जिनमें रक्षा, समुद्री सुरक्षा, व्यापार, डिजिटल तकनीक, और शिक्षा जैसे कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी।
बहरहाल राष्ट्रपति मार्कोस का भारत दौरा केवल एक औपचारिक राजकीय यात्रा नहीं, बल्कि भारत-आसियान संबंधों को पुनर्परिभाषित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक पहल मानी जा रही है। इसके अलावा, तेलंगाना की सांस्कृतिक विरासत का अनुभव भी उनकी यात्रा का विशेष आकर्षण रहा है।