British rule Kumbh, 131 years ago fair area divided into 7 sectors अंग्रेजी हुकूमत के दौरान कुंभ मेले का आयोजन किया जाता था। कुंभ की विशालता का अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि 1894 में स्वच्छता और सुरक्षा के लिए लंदन से तीन अधिकारी भेजें गए थे। अंग्रेजी शासन का यह तीसरा आधिकारिक कुंभ मेला था।
British rule Kumbh, 131 years ago fair area divided into 7 sectors महाकुंभ का इतिहास सैकड़ो वर्ष पुराना है। अंग्रेजों के समय भी कुंभ का आयोजन किया गया। जिसकी आधिकारिक पुष्टि राजकीय अभिलेखागार उत्तर प्रदेश करता है। कुंभ 1894 की व्यवस्था को संभालने के लिए लंदन से तीन अफसरों को बुलाया गया था। जिनका मुख्य कार्य सुरक्षा और स्वच्छता को लेकर था। इनमें स्पेशल अफसर इंचार्ज, सुपरिंटेंडेंट ऑफ़ पुलिस और सेनेटरी अधिकारी शामिल थे। कुंभ में 1894 में बुलाए गए अधिकारियों की जानकारी अंग्रेजी हुकूमत ने गजेटियर में प्रकाशित किया था।
राजकीय अभिलेखागार उत्तर प्रदेश के अभिलेखों के अनुसार 1894 में अंग्रेजी हुकूमत का तीसरा आधिकारिक कुंभ मेला का आयोजन किया गया था। आस्था की डुबकी लगाने वालों की भीड़ को देखते हुए मेला क्षेत्र को 7 सेक्टर में बांटा गया था। जिसकी जिम्मेदारी जिला मजिस्ट्रेट को दी गई थी। अंग्रेजी हुकूमत ने अपने गजेटियर में बताया कि स्पेशल अफसर इंचार्ज एचडब्ल्यू पाइक को जिला मजिस्ट्रेट के रूप में नियुक्त किया गया था।
कुंभ मेले में स्वच्छता की दृष्टिकोण से डिप्टी सेनेटरी कमिश्नर सर्जन मेजर जीएस गिल्स को एग्जीक्यूटिव सेनेटरी अफसर बनाया गया। इसी के साथ असिस्टेंट पुलिस सुपरिटेंडेंट जीएचबी जॉन्सटन को एग्जीक्यूटिव पुलिस अफसर नियुक्त किया गया। कुंभ 1894 के सफल आयोजन के बाद इसकी जानकारी अंग्रेजी हुकूमत में अपने गजेटियर में प्रकाशित किया था। राजकीय अभिलेखागार उत्तर प्रदेश में रखे गए ब्रिटिश गजेटियर में यह जानकारी दी गई है।