उत्तर प्रदेश के कानपुर में ट्रेन को पटरी से उतारने की साजिश के बीच रेलवे के साथ डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर ने भी ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर की भी सुरक्षा बढ़ाकर एक गाइड लाइन जारी की है।
आए दिन हो रही ट्रेनों को पटरी से उतारने की साजिशों के बीच रेलवे के साथ–साथ डीएफसी ने भी अलर्ट जारी करते हुए प्रयागराज शहर के सूबेदारगंज स्थित ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर की सुरक्षा बढ़ाई है।
ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर में आने वाले बाहरी व्यक्तियों को मुख्य गेट पर ही रोक दिया जाएगा फिर गेट पर तैनात सुरक्षा कर्मियों को जानकारी देंगे कि उनको किस व्यक्ति से मिलना हैं। इसके बाद वो सुरक्षाकर्मी उस व्यक्ति से कन्फर्म करेगें उनके हां करने पर रजिस्टर में अपना पूरा पता और किससे मिलने जा रहे हैं ये सब जानकारी लिखने पर ही प्रवेश मिलेगा। अगर व्यक्ति ने मिलने से मना कर दिया तो मुख्य गेट से ही प्रवेश नहीं मिलेगा।
आधुनिक सुविधाओं से लैश विश्वस्तरीय तकनीक के अनुसार बना एशिया के सबसे बड़े ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर में बिहार के सोननगर से पंजाब के लुधियाना तक की सभी मालगाड़ी ट्रेनें यंही से कंट्रोल होती है।
डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के प्रयागराज ईस्ट के मुख्य महाप्रबंधक एबी सरन का कहना है कि आए दिन जो ट्रेनों को पलटाने की साजिश रची जा रही इसको लेकर कंट्रोल रूम से लेकर ट्रैको तक पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। अगर कहीं ट्रैक के अगल बगल स्लीपर भी पड़े हैं तो उनको भी हटवाया जा रहा है। पेट्रोलिंग के दौरान जिन कर्मचारियों की ड्यूटी होती है उनको सख्त निर्देश दिए गए हैं कि अगर उनको ट्रैक के आस पास कहीं पर भी कोई संदिग्ध व्यक्ति दिखे तो तुरंत नजदीकी स्टेशन और कंट्रोल रूम को सूचित करें।