दिल्ली के आनंद विहार से पटना जाने वाली स्पेशल ट्रेन में एक फर्जी टीटीई को पकड़ लिया गया। उसके पास से रेलवे भर्ती बोर्ड के चेयरमैन का जाली आईकार्ड भी मिला, जिसका वह अपने प्रोडक्ट बेचने के लिए इस्तेमाल कर रहा था।
दिल्ली के आनंद विहार से पटना जाने वाली स्पेशल ट्रेन में एक फर्जी टीटीई को पकड़ लिया गया। उसके पास से रेलवे भर्ती बोर्ड के चेयरमैन का जाली आईकार्ड भी मिला, जिसका वह अपने प्रोडक्ट बेचने के लिए इस्तेमाल कर रहा था। पता चला कि आरोपी विजय कुमार आजाद, सोनपुर, सारण का रहने वाला है और एक मार्केटिंग कंपनी में एजेंट है। वह खुद को रेलवे के अधिकारी बताकर कंपनी के फूड सप्लीमेंट उत्पाद बेचता था। इस ट्रेन में स्लीपर कोच में टीटीई की वर्दी पहनकर बैठा था।
डिप्टी सीटीआई अभिनव पांडेय को उस पर शक हुआ। पूछताछ में उसने खुद को टीटीई बताया और स्लीपर कोच का टिकट दिखाया। पहले वह धमकाने की कोशिश करने लगा, लेकिन जब डिप्टी सीटीआई ने जीआरपी और आरपीएफ कंट्रोल को बुलाया, तो उसने अपनी पूरी सच्चाई बता दी।
टुंडला स्टेशन पर ट्रेन रोकी गई और उसे जीआरपी और आरपीएफ के हवाले कर दिया गया। पूछताछ में आजाद ने बताया कि वह 2018 से 2020 तक सोनपुर में डीआरएम मनोज कुमार अग्रवाल के घर नौकर था। इसके बाद एक साल तक उसने बच्चों को होम ट्यूशन पढ़ाया और 2021 में मार्केटिंग कंपनी में एजेंट बन गया।कंपनी के प्रोडक्ट नहीं बिक रहे थे, इसलिए उसने रेलवे भर्ती बोर्ड के चेयरमैन का फर्जी आईकार्ड बनवाकर टीटीई की वर्दी पहन ली और अपने प्रोडक्ट बेचने लगा। टुंडला के जीआरपी थाना प्रभारी मंधीर सिंह ने बताया कि उसे जेल भेज दिया गया है।