Mahakumbh 2025: संगम नगरी प्रयागराज में जारी महाकुंभ का अंतिम स्नान महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर संपन्न होगा। उससे पहले ही संगम में स्नान करने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु लगातार प्रयागराज पहुंच रहे हैं। अब तक 60 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पुण्य लाभ ले चुके हैं।
Mahakumbh 2025: जापान से आईं श्रद्धालु अकीको ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि महाकुंभ में आकर वह बेहद रोमांचित महसूस कर रही हैं। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को एक साथ देखकर वह अभिभूत हैं। गंगा में डुबकी लगाने से उन्हें सबसे अधिक आनंद और संतोष मिला।
अकीको ने आगे कहा, "महाकुंभ में सरकार द्वारा किए गए कार्यों से मैं काफी प्रभावित हूं। 10 दिन पहले तक मुझे महाकुंभ के बारे में अधिक जानकारी नहीं थी, लेकिन मेरे दोस्तों ने यहां आने की सलाह दी। इस ऐतिहासिक आयोजन में लाखों लोगों को एक साथ देखना बेहद खास अनुभव है, खासकर जब यह 144 साल बाद हो रहा है। यहां की ऊर्जा अद्भुत और प्रेरणादायक है।"
ताकाहितो ओकामोटो ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, "मैं जापान के टोक्यो शहर से आया हूं। मैं पहली बार महाकुंभ आयोजन में शामिल हुआ हूं और यहां बहुत सारे लोग भी आए हैं, मैं यह देखकर बहुत ही उत्साहित हूं। यहां बहुत ही शांति है। मैं सिर्फ इतना ही कहूंगा कि मुझे भारत से प्यार है।"
प्रयागराज की पावन धरती पर चल रहे महाकुंभ 2025 का समापन महाशिवरात्रि पर्व के साथ होगा। भक्ति, आस्था और श्रद्धा के इस महासंगम को व्यवस्थित और सुरक्षित बनाने के लिए मेला क्षेत्र के पुलिस प्रबंधन ने विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं।महाशिवरात्रि के अंतिम स्नान पर्व में भीड़ प्रबंधन को लेकर 25 फरवरी से मेला क्षेत्र और प्रयागराज में नो-व्हीकल जोन लागू कर दिया गया है, ताकि श्रद्धालुओं को स्नान और दर्शन का अवसर निर्बाध रूप से मिल सके।
मेला पुलिस के अनुसार, 25 फरवरी 2025 को मेला क्षेत्र को अपराह्न 4:00 बजे से नो-व्हीकल जोन घोषित किया गया है, जबकि प्रयागराज कमिश्नरेट को सायंकाल 6:00 बजे से नो-व्हीकल जोन बनाया जाएगा।
सोर्स: IANS