CG News: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ शहर बारूद के ढेर से घिरा हुआ है। अब दिवाली त्योहार को लेकर पटाखा बाजार सज गया है। बता दें कि रिहायसी इलाकों में खतरा मंडरा रहा है...
CG News: रायगढ़ लगातार विकास की ओर उग्रसर है, दायरा बढ़ता जा रहा है, लेकिन अभी भी चाहे पटाखा बाजार की बात करें या फिर गोदामों की तो यह शहर के अंदर रिहायसी इलाके में ही स्थिति है। ( CG News ) जिसके कारण दीपावली के पूर्व पूरा शहर बारूद के ढेर से घिर जाता है।
विदित हो कि शहर में पटाखा का खुदरा बाजार पहले नटवर स्कूल में लगता था जिसको लेकर विरोध होने के बाद इसे मिनी स्टेडियम में शिफ्ट कर दिया गया। इस बार भी पटाखा बाजार मिनी स्टेडियम में लगना तय हो गया है, जबकि मिनी स्टेडियम के सामने तहसील कार्यालय व कलेक्टोरेट है तो वहीं इसके आस-पास रिहायसी क्षेत्र है। इसके अलावा शहर में थोक व्यापारियों का गोदाम भी शहर के अंदर ही संचालित हो रही है। एक बोईरदादर क्षेत्र में जहां गोदाम संचालित है तो दूसरा गोदाम कोतरा रोड में संचालित है।
दोनों गोदाम का संचालन काफी पहले से उक्त स्थल पर हो रहा है। पूर्व में उक्त दोनों क्षेत्र शहर से बाहर हुआ करता था, लेकिन वर्तमान स्थिति में देखा जाए तो उक्त दोनों स्थल शहर के अंदर है और गोदामों के आस-पास पूरा आबादी बस चुका है। ऐसे में जिला प्रशासन द्वारा न तो कभी स्थल बदलने का प्रयास किया गया न ही गोदाम संचालकों द्वारा। इसके कारण पूरा शहर बारूद के ढेर से घिरा रहता है।
सूत्रों की माने तो उक्त दोनो वैध गोदाम के अलावा शहर में और भी कई जगहों में अवैध गोदाम बनाया जाता है, जहां कुछ व्यापारी बिना लाइसेंस के अवैध गोदामों में भंडारण कर रखते हैं। इसको लेकर भी पुलिस व प्रशासन सजग नहीं दिख रही है।
दीपावली त्यौहार को लेकर करीब एक माह पूर्व से गोदामों में भंडारण का कार्य शुरू हो गया है। दोनो ही गोदाम के लिए भंडारण की क्षमता भी तय है, लेकिन आश्चर्य की बात तो यह है कि प्रशासन द्वारा अब तक गोदामों में भंडारण क्षमता को लेकर भौतिक सत्यापन नहीं किया गया है।
एसडीएम महेश शर्मा ने बताया कि खुदरा बाजार तो मिनी स्टेडियम में लगाया जाना है जहां के लिए सुरक्षा मानकों को पूरा करने निर्देश दिया गया है। गोदामों में भौतिक सत्यापन नहीं किया गया है।