CG News: रायगढ़ की धरती भारतीय शास्त्रीय कला और संस्कृति की अनमोल धरोहर है। आधुनिकता की दौड़ में जब लोग संस्कृति से दूर हो रहे हैं, तब ऐसे आयोजन हमें अपनी जड़ों से जोड़े रखते हैं।
CG News: शास्त्रीय संगीत के लिए देश-विदेश में प्रख्यात चक्रधर समारोह का शुभारंभ बुधवार को राज्यपाल रामेन डेका, केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने किया। रामलीला मैदान में हो रहे इस दस दिवसीय समारोह में हर दिन शास्त्रीय संगीत, कथक और लोक कलाओं का अद्वितीय संगम देखने को मिलेगा। पहले दिन संगीत नाटक अकादमी से पुरस्कृत और जयपुर घराने से ताल्लुक रखने वाले कथक नर्तक राजेन्द्र गंगानी ने नृत्य की नवीन शैली और तकनीक से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं कवि कुमार विश्वास के काव्य पाठ ने खूब तालियां बटोरी।
राज्यपाल रमेन डेका ने कहा कि चक्रधर समारोह हमें अतीत की स्मृतियों से जोड़ता है। महाराजा चक्रधर सिंह ने कला और संस्कृति को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का जो सपना देखा था।
यह उत्सव उस स्वप्न का प्रतीक है। रायगढ़ की धरती भारतीय शास्त्रीय कला और संस्कृति की अनमोल धरोहर है। आधुनिकता की दौड़ में जब लोग संस्कृति से दूर हो रहे हैं, तब ऐसे आयोजन हमें अपनी जड़ों से जोड़े रखते हैं। रायगढ़ का नाम लेते ही हमारे मन में संगीत की मिठास, नृत्य की लय और कला के रंग दिखाई देते हैं।
यही वो धरती है, जहां बिस्मिल्ला खां की शहनाई, हरिप्रसाद चौरसिया की बांसुरी और पं. जसराज सहित साहित्य जगत के महान विभूतियों के सूर गूंजते रहे है। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि जब कथक में केवल जयपुर और बनारस घराने ही प्रसिद्ध थे, उस समय रायगढ़ घराने की स्थापना कर महाराजा चक्रधर ने भारतीय संस्कृति को समृद्ध किया।