Monsoon Alert: मौसम विभाग के अनुसार अब मानसून पूरे प्रदेश में सक्रिय हो गया है। इससे जिले में लगातार हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। जिले के कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ भारी बारिश हो सकती है।
Monsoon 2025: सप्ताहभर से कभी बादल तो कभी धूप के बीच की स्थिति बनी हुई थी। वहीं रायगढ़ जिले में मंगलवार शाम से शुरू हुई झमाझम बारिश ने उमसभरी गर्मी से राहत दिलाई है। शाम से शुरू हुई बारिश एक रफ्तार में ही रात करीब 9 बजे तक चलती रही। इससे शहर के कई मोहल्लों में पानी भर गया।
विगत सप्ताहभर से जिले में मानसून सक्रिय हो चुका है। इस बीच कभी हल्की तो कभी तेज बारिश हो रही थी। मंगलवार की दोपहर करीब तीन बजे के आसपास अचानक मौसम में बदलाव हुआ और झमाझम बारिश शुरू हो गई। इससे शहर के गली-मोहल्ले सहित निचली बस्तियों में पानी भर जाने से जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया। यह बारिश देर रात करीब 9 बजे तक एक ही रतार से हो रही थी। इससे नालियों का कचरा भी सड़क पर आ गया था।
मौसम विभाग के अनुसार एक निन क्षेत्र झारखंड और उसके आसपास स्थित है। इसके साथ ही उपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक बना हुआ है। धीरे-धीरे पश्चिम उत्तर दिशा में आगे बढ़ते हुए झारखंड की ओर बढ़ने की संभावना है।
वहीं एक द्रोणिका उत्तर पश्चिम उत्तर प्रदेश से झारखंड में निन दाव का केंद्र 1.5 किमी से 3.1 किमी ऊंचाई तक बना हुआ है। जिसके चलते प्रदेश सहित जिले में बुधवार को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार अब मानसून पूरे प्रदेश में सक्रिय हो गया है। इससे जिले में लगातार हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। जिले के कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ भारी बारिश हो सकती है। वर्तमान में भारी वर्षा का क्षेत्र उत्तर छत्तीसगढ़ मे रहने की संभावना बनी हुई है।
तेज बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए हैं। किसानों का कहना है कि अब पर्याप्त बारिश हुई है। इससे अब खेतों में पानी दिखने लगा है। अब धान की रोपाई कार्य भी शुरू होगा। जगह धान की बोनी का भी काम चलेगा। कुछ किसानों की मानें तो अब अगर सप्ताहभर तक बारिश बंद हो जाता है, तो खेती किसानी के काम में तेजी काफी तेजी आए जाएगी।
बारिश से मौदहापारा स्थित आरओबी पुलिया पर आवागमन बंद हो गया है। इसके पीछे कारण है कि नाला का पानी करीब तीन फीट तक भर गया है। बारिश (Monsoon) के बीच मौदहा पारा की तरफ जाने वाले लोगों को घुमकर जाना पड़ा। यहां का नाला छोटा होने के कारण जब भी बारिश होता है तो पुलिया पानी से भर जाता है। इससे उक्त मार्ग बंद हो जाता है।
निगम द्वारा हर साल बरसात के पहले नालियों की सफाई व सुधार के नाम पर लाखों रुपए खर्च करती है। इसके बाद भी कुछ खास लाभ मिलता नजर नहीं आ रहा है। बरसात के चलते सारा गंदगी सड़क पर आ जाती है। मंगलवार को शाम को हुई तेज बारिश के बाद गोपी टाकीज रोड, माल धक्का रोड, राम निवास टाकीज रोड, संजय कांप्लेक्स की नालियों की गंदगी सड़क में बह रही थी। इससे लोग गंदे पानी से होकर गुजरते नजर आए।
रेलवे स्टेशन का भी सौंदर्यीकरण का काम चल रहा है। इससे प्लेटफार्म नंबर एक का भी शेड इन दिनों उखड़ा हुआ है। साथ ही स्टेशन के सामने भी अभी तक काम पूरा नहीं हो सका है। बारिश से जहां पूरा प्लेटफार्म गिला हो गया था, तो वहीं कई जगह शेड जर्जर होने के कारण सेड पानी सीधा प्लेटफार्म पर गिर रहा था। इससे यात्री ट्रेनें आने पर यात्रियोें को भीग कर चढ़ने व उतरने की मजबूरी बनी हुई थी। साथ ही ट्रेन से उतरने के बाद भी प्लेटफार्म में कहीं सामान रखने की जगह नहीं थी, जिससे यात्रियों को भारी समस्या का सामना करना पड़ा।