Fraud Case: आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पुलिस के मुताबिक एएस रोडवेज के संचालक अंजय शुक्ला के बेटे अंजिनेश शुक्ला से शंकर नगर निवासी नितीश सराफ से पहचान थी।
Raipur Crime News: कारोबार के नाम पर शहर के एक ट्रेवल्स कारोबारी से 2 करोड़ से ज्यादा की ठगी हो गई। इसकी शिकायत पर पुलिस ने कारोबारी परिवार के तीन लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है। आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पुलिस के मुताबिक एएस रोडवेज के संचालक अंजय शुक्ला के बेटे अंजिनेश शुक्ला से शंकर नगर निवासी नितीश सराफ से पहचान थी। कुछ दिन पहले नितीश अपनी पत्नी के साथ अंजय के घर आए। इस दौरान उसने अपने कारोबार के बारे में जानकारी देते हुए जिंक बनाने के कारोबार में काफी मुनाफा होने की जानकारी दी। जिंक खरीदने के लिए कई कारोबारियों का आर्डर पेडिंग है। इसके लिए कच्चा माल खरीदने के लिए पैसों की जरूरत है। इसमें पैसा लगाने पर मुनाफा सहित पूरा पैसा 2-3 माह में लौटा देगा।
अंजय उसकी बातों में आ गए। फिर कच्चा माल खरीदने के लिए उन्होंने नितीश के खातों में दो बार में 16 लाख रुपए जमा किया। करीब चार महीने बाद नितीश और उसके दादा रामावतार सराफ, दादी पुष्पा सराफ ने अंजय और उनके बेटे से मिलकर बताया कि पहले वाला माल कारोबारियों को काफी पसंद आया है। दूसरे लोग और माल मांग रहे हैं। साथ ही भुगतान नया माल आने पर करेंगे बोल रहे हैं। इसलिए और रकम की आवश्यकता है, ताकि कच्चा माल खरीद सकें। इसके बाद अंजय ने फिर उनके व उनकी कंपनी के बैंक खातों में 10 बार में कुल 1 लाख 89 लाख ट्रांसफर कर दिया। इस तरह कुल 2 करोड़ 5 लाख रुपए उनको दिया गया। कुछ माह बाद पता चला कि कंपनी बंद पड़ी है। उसमें जिंक का उत्पादन ही नहीं हो रहा है। उनके द्वारा दिए गए पैसों को नितीश ने शेयर मार्केट व अन्य कार्यों में खर्च कर दिया है। इसके अलावा उसने कुछ फर्जी फर्म दिखाकर भी उनके साथ धोखा किया था।
मामले का खुलासा होने पर पीड़ित अंजय ने सिविल लाइन थाने में मामले की शिकायत की। इसके आधार पर सिविल लाइन पुलिस ने नितीश, रामअवतार सराफ और पुष्पा सराफ के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया है। आरोपियों की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।