Cyber Crime: छत्तीसगढ़ में आज कल शातिर तरह-तरह की हथकंडे अपनाकर ठगी करने की कोशिश कर रहे है। जिसके चलते कई लोग इसके जाल में फंस जाते है। ठग अब साइबर ट्रेकिंग के जरिए लोगों को अपना शिकार बना रहे है।
Thagi News: आजकल अधिकांश लोग खुशियों का अवसर हो या दुख का समय, कहीं सैर-सपाटे पर हो या किसी यात्रा में, इससे जुड़ी जानकारी, फोटो और वीडियो सोशल मीडिया में शेयर करते हैं। इस पर भी साइबर ठग नजर रखते हैं। इसके बाद इन्हीं चीजों के जरिए ठगी करने की कोशिश करते हैं। इसके अलावा ऑनलाइन बुकिंग, वेबसाइट से खरीदी करने के बाद भी उससे जुड़े कॉल, मैसेज मोबाइल में आने लगते हैं।
इसके अलावा सोशल मीडिया में भी उसी से संबंधित विज्ञापन भी आते हैं। शहर के कई लोगों के पास इसी तरह के कॉल, मैसेज और उनके सोशल मीडिया अकाउंट में विज्ञापन आने लगे हैं। हालांकि साइबर ठग फ्रॉड करने में सफल नहीं हो पाए।
सोशल मीडिया में साइबर ठगी करने वाले सक्रिय रहते हैं। अक्सर फर्जी नाम, फोटो और अपना स्टेट्स बनाकर रखते हैं। किसी भी तरह से फ्रेंडलिस्ट में शामिल होते हैं। इसके बाद एक-एक चीज पर नजर रखते हैं। कई बार दूसरे के नाम से आईडी बनाकर पीड़ित से जुड़े लोगों से जुड़ जाते हैं। इसके बाद दूसरे अलग-अलग नंबरों से कॉल करके झांसा देने की कोशिश करते हैं।
केस-1: एक कारोबारी के बेटे का नीट में चयन हो गया। इसको सेलीब्रेट करते हुए कारोबारी ने अपने कुछ फैमिली फोटो फेसबुक, इंस्टाग्राम और एक्स में शेयर किया। उसके दो दिन बाद से उनके पास मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के नाम से कॉल और मैसेज आने लगे। इसमें उन्हें देश और विदेश के बेहतर मेडिकल कॉलेजों में दाखिले का दावा किया जा रहा था। सोशल मीडिया में भी उसी तरह के विज्ञापन दिखने लगे थे।
केस-2: एक छात्र ने अपने कुछ दोस्तों के साथ शहर से बाहर पार्टी का प्लान किया। उसने ऑनलाइन पोर्टल से कैब बुक किया। डेस्टीनेशन में पहुंचने के बाद सोशल मीडिया में फोटो और कुछ मैसेज शेयर किए। इसके बाद से उसके पास टूर एंड ट्रेवल्स, होटल कारोबार से जुड़े लोगों को कॉल आने लगे। उनके सोशल मीडिया में भी इसी से जुड़े विज्ञापन आने लगे।
क्राइम डीएसपी संजय सिंह के मुताबिक किसी भी तरह की ऑनलाइन ठगी के शिकार होने या ठगी का प्रयास भी होता है, तो उसकी सूचना साइबर हेल्प लाइन में करना चाहिए। हर जिले में साइबर सेल की टीम रहती है। इसके अलावा साइबर हेल्प लाइन नंबर 1930 है। इसमें तत्काल शिकायत दर्ज करानी चाहिए। सोशल मीडिया का इस्तेमाल सावधानी से और जरूरत के हिसाब से करना चाहिए।