रायपुर

CG Election: रायपुर के दक्षिण विधानसभा उपचुनाव की सरगर्मी तेज, जल्द आचार संहिता लगने की चर्चा

CG Election: रायपुर में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव से पहले रायपुर के दक्षिण विधानसभा उपचुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है।

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Oct 14, 2024

CG Election: छत्तीसगढ़ के रायपुर में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव से पहले रायपुर के दक्षिण विधानसभा उपचुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है। माना जा रहा है कि भारत निर्वाचन आयोग महाराष्ट्र चुनाव के साथ यहां भी उपचुनाव के लिए कार्यक्रम जारी कर सकता है। इस लिहाज से राजनीतिक दलों के साथ उनके दावेदारों ने भी अपनी सक्रियता बढ़ा दी है।

CG Election: खास बात यह है कि कांग्रेस-भाजपा दोनों में युवा चेहरे भी चुनावी मैदान में उतरने के लिए अपनी ताल ठोक रहे हैं। ऐसे में वरिष्ठ नेताओं की मुश्किल बढ़ती नजर आ रही है। रायपुर दक्षिण विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस-भाजपा में दावेदारों की फौज खड़ी हो गई है। दोनों दल के नेता दिल्ली तक की दौड़ लगाने से नहीं चूक रहे हैं। उपचुनाव के लिए भाजपा जहां सदस्यता अभियान के जरिए अपनी पैठ बना रही है, वहीं कांग्रेस भी जनआंदोलन के जरिए अपने कार्यकर्ताओं को सक्रिय कर रही है।

CG Election: सामान्य सीट इसलिए दावेदार अधिक

CG Election: दक्षिण विधानसभा की सीट सामान्य वर्ग की श्रेणी में आती है। यानी इस सीट के लिए किसी भी वर्ग का व्यक्ति चुनाव लड़ सकता है। यही वजह है कि यहां दावेदारों की संख्या लगातार बढ़ते जा रहे हैं। माना जा रहा है कि इस सीट पर भाजपा सभी की सहमति से एक नाम तय करेगी।

इसमें पूर्व विधायक और मौजूदा सांसद बृजमोहन अग्रवाल की भी अहम भूमिका होगी। यहां पूर्व सांसद सुनील सोनी, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता, कोषाध्यक्ष नंदन जैन और भाजपा प्रवक्ता अनुराग अग्रवाल का नाम प्रमुखता से सामने आ रहा है। वहीं कांग्रेस के राजीव वोरा, आकाश शर्मा, प्रमोद दुबे के नाम सामने आ रहे हैं। हालांकि कांग्रेस-भाजपा दोनों दल में टिकट वितरण का अंतिम फैसला शीर्ष नेतृत्व ही करेगा।

त्योहारों में चढ़ा राजनीति का रंग

उपचुनाव से पहले लाइन से त्योहार आ रहे हैं। ऐसे में दक्षिण विधानसभा सीट में अलग माहौल देखने को मिल रहा है। यहां टिकट के दावेदार त्योहार के बहाने अपना संपर्क अभियान भी कर रहे हैं। वहीं त्योहारों में बढ़-चढ़कर अपनी भूमिका निभा रहे हैं। इसके अलावा कुछ दावेदारों ने तो वॉल पेंटिग भी करवा रहे हैं, ताकि उनका नाम भी टिकट वितरण के दौरान चर्चा में रहे।

प्रतिष्ठा रहेगी दांव पर

इस उपचुनाव में कांग्रेस-भाजपा दोनों की प्रतिष्ठा दांव पर रहेगी। वैसे भी यह सीट लंबे समय से भाजपा के कब्जे में है। ऐसे में भाजपा के सामने अपनी परंपरागत सीट को बचाए रखने की चुनौती होगी। वहीं कांग्रेस का प्रयास रहेगा कि इस बार दक्षिण में अपनी जीत हासिल करे।

बता दें कि यहां के विधायक व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को भाजपा ने लोकसभा चुनाव में टिकट दी थी। अग्रवाल ने ऐतिहासिक जीत हासिल की। इसके बाद उन्होंने मंत्री और विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। इस वजह से इस सीट पर उपचुनाव की स्थिति निर्मित हुई है।

Published on:
14 Oct 2024 11:29 am
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