रायपुर

CG News: कैशलेस इलाज में लापरवाही, आयुष्मान के 2 करोड़ रुपए के क्लेम रिजेक्ट होने के कगार पर

CG News: आंबेडकर अस्पताल में आयुष्मान भारत योजना के 2127 कैशलेस क्लेम्स 126 दिन में भुगतान के इंतजार में, जरूरी जांच रिपोर्ट न होने और मशीन बंद रहने से क्लेम रिजेक्ट होने के कगार पर।

2 min read
Sep 25, 2025
कैशलेस इलाज में लापरवाही (Photo source- Patrika)

CG News: आंबेडकर अस्पताल में आयुष्मान भारत योजना के तहत चल रहे कैशलेस इलाज में 126 दिन में 2127 क्लेम रिजेक्ट होने के कगार पर है। इसकी मुख्य वजह मरीज के इलाज की फाइल में जरूरी जांच रिपोर्ट अपलोड नहीं करना है। इस क्लेम की राशि दो करोड़ रुपए से ज्यादा है। जानकारों के अनुसार एक तो ये अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही है, वहीं कई जांच नहीं होने से रिपोर्ट संलग्न करने में परेशानी हो रही है।

ये भी पढ़ें

मां नहीं बन पा रही महिलाओं के लिए खुलेगा IVF सेंटर, नौ पदों पर की जाएगी भर्ती, जानें पूरी detail

CG News: रिपोर्ट अपलोड नहीं की जा रही

अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल में कैशलेस इलाज में किस तरह की लापरवाही की जा रही है। 2127 क्लेम यानी इतने मरीजों का इलाज किया गया है, लेकिन इसका भुगतान होना मुश्किल है। एक क्लेम का 10 हजार रुपए औसत भी मान लिया जाए तो 2.12 करोड़ रुपए मिलने से तो रहा।

आंबेडकर अस्पताल में लिवर फंक्शन टेस्ट (एलएफटी), कंप्लीट ब्लड काउंट (सीबीसी), सीरम इलेक्ट्रोलाइट समेत कई जांच बंद है। किसी मरीज का इलाज होने के दौरान ये जांच जरूरी है। आयुष्मान भारत योजना में क्लेम करते समय मरीज की जांच रिपोर्ट भी अपलोड करनी होती है, जिसके लिए भारी-भरकम स्टाफ तैनात है। स्टाफ भी जांच नहीं होने से परेशान हैं। कई बार सीटी स्कैन व एमआरआई मशीन बंद रहती है। इसके कारण रिपोर्ट अपलोड नहीं की जा रही है।

ज्यादातर विभागों ने कमियां दूर नहीं की

नेशनल एंटी फ्राड यूनिट (नाफू) ने अस्पताल प्रबंधन को पत्र लिखकर 1 मई से 3 सितंबर तक के 2127 क्लेम को संदेहास्पद बताया है। नाफू का पत्र मिलने के बाद अस्पताल अधीक्षक कार्यालय ने सभी एचओडी को पत्र लिखकर बताई गई कमियों को तीन दिन में दूर करने को कहा था। पत्रिका की पड़ताल में पता चला है कि ज्यादातर विभागों ने कमियां दूर नहीं की है। इसलिए ये क्लेम रिजेक्ट होना तय है और अस्पताल को भुगतान नहीं होने की आशंका है। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि जब जांच ही ठप है तो रिपोर्ट कहां से देंगे।

CG News: इस तरह के संदेहास्पद क्लेम किए गए

पैकेज क्लेम

ब्लड बैग व क्रास मैच का विवरण गायब 522

मरीजों को 24 घंटे के भीतर छुट्टी दी गइ 238

एक्स-रे/सीटी/एमआरआई रिपोर्ट संलग्न नही 210

वीकेंड में डे केयर पैकेज 199

एसएनसीयू व एनआईसीयू में अपर्याप्त रिपोट 161

सीरम इलेक्ट्रोलाइट की रिपोर्ट लंबे समय से गायब 158

छुट्टी के 30 दिन बाद 7 दिवसीय केयर 142

गैर गंभीर मामलों में 5 दिन तक इलाज 96

परिवार के कई सदस्यों ने एक माह में कई बार इलाज कराया 68

35 साल की उम्र वालों का मोतियाबिंद ऑपरेशन 53

ब्लड बैग व क्रास मैच का विवरण, इलेक्ट्रोलाइट रिपोर्ट गायब 45

Published on:
25 Sept 2025 12:39 pm
Also Read
View All

अगली खबर