रायपुर

CG News: निजी अस्पतालों को बड़ा झटका! छत्तीसगढ़ में अब नहीं हो सकेगा फ्री इलाज, बंद हुई ये योजना

CG News: ओडिशा सरकार ने 10-11 अप्रैल की दरमियानी रात से दूसरे राज्यों में किसी नए मरीजों को भर्ती करने पर रोक लगा दी है। योजना के तहत पहले जो इलाज हुआ है, उसका भुगतान अस्पतालों को किया जाएगा।

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Apr 12, 2025

CG News: ओडिशा सरकार ने बीजू स्वास्थ्य योजना छत्तीसगढ़ समेत दूसरे राज्यों में बंद कर दी है। राजधानी समेत प्रदेश के बड़े और मंझोले निजी अस्पताल इस योजना से मरीजों का इलाज कर रहे थे। योजना बंद होने से उन्हें बड़ा झटका लगा है। दरअसल इस योजना में पैकेज आयुष्मान भारत से बेहतर था और समय पर भुगतान होने से अस्पतालों को बड़ी राहत मिल रही थी।

CG News: भुगतान होने से अस्पतालों को बड़ी राहत

ओडिशा के करीब 5 से 6 लाख मरीज सालाना रायपुर के विभिन्न अस्पतालों में इलाज करवा रहे थे। उन्हें भी झटका लगा है। अब वे छत्तीसगढ़ में फ्री इलाज नहीं करवा पाएंगे। प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना (शहीद वीर नारायण सिंह स्वास्थ्य सहायता योजना) के साथ निजी अस्पताल बीजू योजना में ओडिशा के मरीजों का कैशलेश इलाज कर रहे थे।

ओडिशा सरकार ने 10-11 अप्रैल की दरमियानी रात से दूसरे राज्यों में किसी नए मरीजों को भर्ती करने पर रोक लगा दी है। योजना के तहत पहले जो इलाज हुआ है, उसका भुगतान अस्पतालों को किया जाएगा। इधर प्रदेश में क्लेम का नियमित भुगतान नहीं होने से प्रदेश के अस्पताल परेशान हो गए है। हालांकि कुछ दिनों से भुगतान होने से अस्पतालों को बड़ी राहत मिली है।

राजधानी के 90 फीसदी निजी अस्पतालों में हो रहा था इलाज

राजधानी के 90 फीसदी निजी अस्पतालों में बीजू स्वास्थ्य योजना से मरीजों का इलाज हो रहा था। गौर करने वाली बात ये है कि आंबेडकर अस्पताल के डॉक्टर भी इस योजना को लागू करने की मांग कर चुके हैं।

हालांकि स्वास्थ्य विभाग दूसरे राज्य की योजना बताकर यहां लागू नहीं की। बीजू योजना में अकारण क्लेम भी रिजेक्ट नहीं किया जाता। राजधानी में अच्छी स्वास्थ्य सुविधाओं के चलते मरीज यहां खींचे चले आते हैं। अस्पतालों के गेट पर योजना का पोस्टर भी लगाया गया है, जिससे मरीजों को पता चल सके कि उक्त योजना से यहां इलाज किया जा रहा है।

सरकार बदली, एक साल में योजना बंद, नाम भी बदला

CG News: पिछले साल लोकसभा चुनाव के साथ ओडिशा में चुनाव हुआ था। एक साल के भीतर भाजपा सरकार ने बीजू योजना को दूसरे राज्यों में बंद कर दिया। वहीं, सरकार बनते ही योजना का नाम बदलकर गोपाबंधु स्वास्थ्य योजना कर दिया। अस्पतालों को इस बात का अंदेशा था कि योजना बंद की जा सकती है। चर्चा मार्च में बंद होने की थी, लेकिन अप्रैल में की गई।

दूसरी ओर आयुष्मान योजना के तहत आंबेडकर व डीकेएस के डॉक्टरों को लंबे समय से इंसेंटिव नहीं मिला है। इससे उनमें नाराजगी है। ये योजना प्रदेश के 800 से ज्यादा सरकारी व निजी अस्पतालों में चल रही है। बीजू स्वास्थ्य योजना केवल निजी अस्पताल चला रहे हैं, क्योंकि सरकारी अस्पतालों के पास आयुष्मान भारत योजना चलाने की मजबूरी है। ऐसे में आंबेडकर अस्पताल के डॉक्टरों की मांग पर भी शासन ने इसे अनसुना कर दिया।

आयुष्मान व बीजू योजना में पैकेज का अंतर

प्रोसीजर-बीमारी आयुष्मान बीजू अंतर रुपए में

एंजियोप्लास्टी 75000-87500 1.5 लाख 62500

किडनी ट्रांसप्लांट 3-3.25 लाख 5 लाख 1.75 लाख

नी रिप्लेसमेंट बंद 1.75 लाख 1.75 लाख

आईसीयू 8000 12 हजार 4 हजार

मोतियाबिंद बंद 12 हजार 12 हजार

सिजेरियन बंद 25 हजार 25 हजार

Updated on:
15 Apr 2025 01:36 pm
Published on:
12 Apr 2025 10:54 am
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