CG News: रायपुर प्रदेश में ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करने वालों की संख्या में लगातार बढ़ रही है। जागरूकता अभियान चलाने के बाद भी यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
CG News: छत्तीसगढ़ के रायपुर प्रदेश में ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करने वालों की संख्या में लगातार बढ़ रही है। चालानी कार्रवाई और जागरूकता अभियान चलाने के बाद भी यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। हर साल इसमें औसतन 1 लाख का इजाफा हो रहा है। राज्य पुलिस के आंकड़ों के अनुसार पिछले तीन साल में 15.69 लाख वाहन ट्रैफिक नियम तोड़ते हुए पकडे़ गए।
उनसे 65 करोड़ 22 लाख 92962 रुपए का जुर्माना वसूल किया गया। इसमें सबसे ज्यादा रायपुर जिले के रेकॉर्ड 96048 वाहन शामिल हैं। उक्त वाहन मालिकों से 8 करोड़ 72 लाख 41450 रुपए वसूल किया गया है। इसमें 54 फीसदी दोपहिया, 26 फीसदी कार और 18 फीसदी मालवाहक और 2 फीसदी अन्य वाहन शामिल है। जबकि सबसे कम नारायणपुर जिले में 1160 वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 3 लाख 15368 रुपए का चालान वसूल किया गया।
हाईसिक्यूरिटी नंबर प्लेट की जांच करने के लिए सभी जिलों में 1 अप्रैल से अभियान चलेगा। इस दौरान प्लेट नहीं लगाने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई होगी। दस्तावेजों की जांच करने पर फिटनेस और रजिस्ट्रेशन को देखा जाएगा। इस दौरान किसी भी तरह की गड़बडी़ मिलने पर बकाया समन शुल्क और रजिस्ट्रेशन का शुल्क वसूल किया जाएगा। बता दें कि प्रदेश में 2019 के पहले के 50 लाख से ज्यादा वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाया जाना है। 15 साल पुराने अनफिट वाहनों में इसे नहीं लगाया जाएगा।
वर्ष वाहन संया जुर्माना राशि
2022 399380 150841540
2023 561496 229440209
2024 608411 272011213
राज्य पुलिस और परिवहन विभाग के पास 50000 से ज्यादा वाहनों का कोई रेकॉर्ड तक नहीं है। नाम-पता और मोबाइल नंबर बदलने के कारण ट्रैफिक नियम तोड़ने के बाद भी उनका कोई सुराग तक नहीं मिल रहा है। इसके चलते ट्रैफिक नियम तोड़ने के बाद भी उनके खिलाफ कार्रवाई तक नहीं हो पा रही है। राज्य पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि ऑनलाइन चालान भेजने पर वह वापस लौट रहा है। इसकी तामिली नहीं होने के कारण वह पकडे़ नहीं जा रहे है।
परिवहन विभाग में 82 लाख गाड़ी पंजीकृत है। 2 लाख का डेटा आरटीओ में है। कहां, नहीं पता। अधिकांश 15 साल पुरानी होने और दूसरे राज्यों में चलने की संभावना है। ऐसे में नए नंबर प्लेट लगाते समय दस्तावेज से वाहनों की वास्तविक संया मिलेगी।
ट्रैफिक एआईजी संजय शर्मा ने कहा की ट्रैफिक नियम का पालन करने जागरूकता अभियान के साथ चालानी कार्रवाई की जा रही है। हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट लगाने के बाद वाहनों की वास्तविक संया और उनका डेटा मिलने पर कार्रवाई करने में मदद मिलेगी।