DGP–IG conference in CG: डीजीपी कॉन्फ्रेंस के लिए राजधानी के बड़े रिसोर्ट और होटलों में वीवीआईपी रुकेंगे। इनकी बुकिंग एक महीने पहले हो चुकी है।
DGP–IG conference in CG: छत्तीसगढ़ के डीजीपी कॉन्फ्रेंस के लिए राजधानी के बड़े रिसोर्ट और होटलों में वीवीआईपी रुकेंगे। इनकी बुकिंग एक महीने पहले हो चुकी है। इन सबके बीच होटलों में होने वाली शादियों के समारोह में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी। जानकारी के मुताबिक अलग-अलग राज्यों के डीजीपी सहित जांच एजेंसी, इनफोर्समेंट एजेंसियों के अधिकारी नवा रायपुर से लेकर रायपुर के होटलों में रुकेंगे।
नवा रायपुर के मे-फेयर, मायरा रिसोर्ट से लेकर राजधानी के बेबीलॉन इंटरनेशनल, होटल सयाजी, मैरिएट, हयात सहित अन्य स्टार होटलों में वीवीआईपी की बुकिंग की गई है। यहां पहले से प्रस्तावित विवाह समारोह को यथावत रखा गया है, वहीं आने-जाने वाले मेहमानों को समारोह में परेशानी न हो इसके लिए भी विशेष ध्यान रखा गया है।
वीवीआईपी की बुकिंग इसलिए भी अलग-अलग होटलों में की गई है, ताकि किसी एक होटल में प्रोटोकॉल का दबाव न आए।डीजीपी कॉन्फ्रेंस के लिए नवा रायपुर के रिसोर्ट में सबसे ज्यादा वीवीआईपी ठहरेंगे। मोस्ट इंर्पोरटेंट पर्सन (एमआईपी) के लिए स्पीकर हाउस, वित्त मंत्री आवास से लेकर नवा रायपुर के सर्किट हाउस में व्यवस्था की गई है।
डीजीपी कॉन्फ्रेंस के लिए नवा रायपुर के साथ राजधानी के स्टार होटलों में भी सुरक्षा के मद्देनजर जवान और खुफिया अधिकारी तैनात रहेंगे। स्टार होटलों में डीजीपी स्तर के अधिकारियों के साथ गृह विभाग के अधिकारी भी कॉन्फ्रेंस के लिए छत्तीसगढ़ आ रहे हैं। सुरक्षा के मद्देनजर वीआईपी रोड में भारी वाहनों के प्रवेश पर पाबंदी रहेगी।
आगंतुक अधिकारियों के लिए राज्य पुलिस की ओर से किराए की 400 कार की व्यवस्था की गई है। सम्मेलन में शामिल होने वाले प्रत्येक डीजीपी और आईजी के लिए दो वाहनों और सुरक्षा अधिकारियों का काफिला रहेगा। रुकने के स्थान से लेकर सम्मेलन स्थल तक आने-जाने के लिए उक्त वाहन का इस्तेमाल किया जाएगा।
इन वाहनों में स्टीकर लगाए गए हैं। ये वाहन नए रेस्ट हाउस, मेफेयर और निमोरा प्रशिक्षण संस्थान में तीन दिन तक परिसर में रहेंगे। इन वाहनों के चालकों के लिए पहचान पत्र जारी किए गए हैं। आवागमन के दौरान उनके सुरक्षा गार्ड साए की तरह साथ रहेंगे।
डीजीपी कॉन्फ्रेंस के दौरान सम्मेलन स्थल और आवागमन के मार्गों में जमीन से लेकर आसमान से नजर रखी जाएगी। इसके लिए रूट चार्ट तैयार करने के बाद उक्त मार्गों की बहुमंजिला इमारतों में दूरबीन के साथ जवान तैनात रहेंगे। साथ ही आसपास के रास्तों की निगरानी करेंगे। वीवीआईपी के आवागमन को देखते हुए ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया है। इसके लिए ट्रैफिक के 500 जवानों की तैनाती की गई है।