Diwali 2024: रायपुर दिवाली में शहर भर में जमकर पटाखे फूटते हैं। इस बार प्रशासन के हरकत में आने से पहले पटाखा कारोबारियों ने अभी से नॉन ग्रीन पटाखों का स्टॉक करना शुरू कर दिया है।
Diwali 2024: छत्तीसगढ़ के रायपुर दिवाली में शहर भर में जमकर पटाखे फूटते हैं। इस बार प्रशासन के हरकत में आने से पहले पटाखा कारोबारियों ने अभी से नॉन ग्रीन पटाखों का स्टॉक करना शुरू कर दिया है। प्रशासन हर साल ग्रीन पटाखों को ही बेचने की अनुमति देती है।
Diwali 2024: इन पटाखों की आवाज भी कम होती है। लेकिन कारोबारी ग्रीन के बजाय अधिक आवाज वाले सामान्य पटाखे ज्यादा बेचना चाहते हैं। उसकी डिमांड भी ज्यादा रहती है। यही वजह है कि प्रशासन की सख्ती से पहले अपने-अपने गोदाम में पटाखे स्टॉक कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने ग्रीन पटाखा बेचने और फोड़ने का आदेश दिया है। इसका पालन कराने के लिए जिला प्रशासन ने अब तक कोई निर्देश जारी नहीं किया है। दूसरी ओर पटाखों के रेट बढ़ने की आशंका भी है।
अस्थायी पटाखा बाजार हिंद स्पोर्ट्स मैदान में लगाया जाएगा। इसकी तैयारी पूरी हो गई है। बाजार लगाने के लिए बड़ी संख्या में आवेदन मिले हैं। इन पर लॉटरी के जरिए फैसला लिया जाएगा। इसके बाद दुकानें लगना शुरू हो जाएगी। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ सालों से यहीं बाजार लग रहा है।
ग्रीन पटाखे पर्यावरण के अनुरूप के बनाए गए हैं। इसमें हानिकारक धुंआ नहीं रहता है। इसके अलावा आवाज भी कम होती है। इस कारण ग्रीन पटाखों से प्रदूषण कम होता है। देश के प्रमुख शहरों के अलावा रायपुर में भी ध्वनि और वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ा है। इसके चलते ग्रीन पटाखों को प्रमोट किया जा रहा है।
ग्रीन पटाखों की पहचान उसके होलोग्राम से होती है। इसी के आधार पर सामान्य और ग्रीन पटाखों की पहचान की जाती है। हालांकि सूत्रों के मुताबिक कई कारोबारी सामान्य पटाखों में केवल होलोग्राम लगा देते हैं। फिर इसे ग्रीन बताकर बेचते हैं। पटाखों को लेकर जल्द ही गाइडलाइन जारी किया जाएगा। कोर्ट के आदेशानुसार पटाखे बेचना और जलाना चाहिए।