DMF Scam: कनाडा के पूर्व नागरिक जिग्नेश के रानू के साथ किस तरह से संबंध थे और कितने लोगों को ठेका दिया गया। इसके एवज में कितनी कमीशनखोरी हुई।
DMF Scam: प्रदेश में 90 करोड से ज्यादा के डीएमएफ घोटाले में ईओडब्ल्यू ने शुक्रवार को कनाडा के पूर्व नागरिक जिग्नेश पटेल उर्फ निकुल भाई को भोपाल से हिरासत में लिया। संतोषजनक जवाब नहीं देने पर गिरफ्तारी के बाद पूछताछ करने रिमांड पर लिया जाएगा। घोटाले में बिचौलिए की भूमिका अदा करने वाले जिग्नेश को निलंबित आईएएस रानू साहू का काफी करीबी माना जाता है।
रानू साहू सहित अन्य लोगों से पूछताछ में जिग्नेश पटेल का नाम सामने आया। उसके इशारे पर डीएमएफ ठेका दिए जाने के इनपुट भी मिले। इसे देखते हुए हिरासत में लिया गया। इस समय समय जांच एजेंसी के अधिकारी जिग्नेश से पूछताछ कर रहे हैं। उसकी भूमिका को जांच के दायरे में लेते हुए यह कार्रवाई की गई है। जिग्नेश के खिलाफ उज्जैन में लोकायुक्त पुलिस ने पूर्व में धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया है।
DMF Scam: डीएमएफ ठेका दिलाने में जिग्नेश की बिचौलिया की भूमिका अदा करने और कमीशन लेने की जानकारी भी मिली है। इसे देखते हुए जांच एजेंसी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस घोटाले में और कितने लोग शामिल हैं। जिग्नेश के रानू के साथ किस तरह से संबंध थे और कितने लोगों को ठेका दिया गया। इसके एवज में कितनी कमीशनखोरी हुई। घोटाले में पहली बार राज्य के बाहर से किसी संदेही को हिरासत में लिया गया है।