CG Monsoon News: रायपुर प्रदेश में मानसून सीजन के शुरू होने के बाद भी 15 स्थानों पर जंगल सुलग रहा है। जबकि आम तौर पर आग लगने की घटनाएं पतझड़ और गर्मियों के समय होती हैं।
CG Monsoon News: छत्तीसगढ़ के रायपुर प्रदेश में मानसून सीजन के शुरू होने के बाद भी 15 स्थानों पर जंगल सुलग रहा है। जबकि आम तौर पर आग लगने की घटनाएं पतझड़ और गर्मियों के समय होती हैं। वन विभाग फायर एमआईएस के अनुसार गरियाबंद के फिंगेश्वर, गुरुघासीदास नेशनल पार्क के जनकपुर, महासमुंद के पिथौरा में 2 अलग-अलग स्थानों के साथ ही अन्य स्थानों में आग जल रही है।
ऑनलाइन निगरानी के दौरान इसका डेटा रेकॉर्ड किया गया है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आमतौर पर बारिश के मौसम में आग लगने की आशंका कम होती है क्योंकि पेड़ों और जमीन पर नमी होती है। इसके विपरीत, गर्मी के मौसम में, जब मौसम शुष्क होता है, तो जंगल में आग लगने की आशंका अधिक होती है।
आग लगने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि बिजली गिरना, मानव लापरवाही और शिकार के लिए शरारती तत्व हो सकते हैं। जंगल में आग लगने से वन्य जीवों और पर्यावरण के साथ मानव जीवन को भी नुकसान पहुंचता है। आग लगने की जानकारी सैटेलाइट इमेज से मिलने पर संबंधित वन मंडल अधिकारी और फायर वाचर्स को सूचना दी गई है। साथ ही आग को बुझाने के निर्देश दिए गए हैं। वन विभाग का अमला आग बुझाने की कोशिश में जुटा है।
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस साल 1 जनवरी से 18 जून 2025 के दौरान रेकॉर्ड 19063 स्थानों पर आग लगने की घटनाएं हुईं। यह पिछले साल की अपेक्षा करीब 17 फीसदी अधिक है। इसमें सबसे ज्यादा गुरुघासीदास नेशनल पार्क में 1028 स्थान शामिल हैं। जबकि 2024 के दौरान 14776 स्थानों पर आग लगी थी। वहीं सबसे कम 2006 में 99 स्थानों में हुई थी।