Mohan Bhagwat: मोहन भागवत राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ यानी आरएसएस के प्रमुख हैं। जैसा कि संघी कहते हैं आरएसएस एक सांस्कृतिक संस्था है और इसका भाजपा से कोई लेना देना नहीं।
Mohan Bhagwat: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत के छत्तीसगढ़ प्रवास पर सियासत भी शुरू हो गई है। दरअसल, डॉ. भागवत के प्रवास के दौरान जागृति मंडल में आपातकालीन चिकित्सा कार्य के लिए डॉक्टर और अन्य स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई है। इसे लेकर पूर्व मुयमंत्री भूपेश बघेल की तीखी आपत्ति सामने आई है। पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ने आदेश की कॉपी को सोशल मीडिया एक्स में पोस्ट भी किया है।
पूर्व सीएम ने अपने पोस्ट में लिखा है मोहन भागवत राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ यानी आरएसएस के प्रमुख हैं। जैसा कि संघी कहते हैं आरएसएस एक सांस्कृतिक संस्था है और इसका भाजपा से कोई लेना देना नहीं। सच यह है कि आरएसएस कोई पंजीकृत संस्था नहीं है। यानी उसकी कोई वैधानिक स्थिति नहीं है। मोहन भागवत किसी संवैधानिक पद पर नहीं हैं।
भले ही उनके नाम से भाजपा नेता थरथर कांपते हों। ऐसे में कलेक्टर महोदय उनका कार्यक्रम किस हैसियत से जारी कर रहे हैं? डॉक्टरों की ड्यूटी किस आधार पर लगाई जा रही है? उन्होंने आगे लिखा है, अगर कलेक्टर भी संघ की सदस्यता ले चुके हैं तो वे सुबह शाखा में जाएं। सरकार और तंत्र का दुरुपयोग गुरुदक्षिणा देने में न करें। यह आदेश तत्काल रद्द किया जाना चाहिए।