Cyclone Montha: तेज पानी व हवा से धान की खड़ी फसल को बुरी तरह नुकसान पहुंचने की आशंका है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार कई इलाकों में धान की कटाई चल रही है। वहीं देर से पकने वाले धान की फसल भी खेत में ही गिर जाएगी।
Cyclone Montha: लगता है कि साइक्लोन मोंथा किसानों की मेहनत पर पानी फेरने आ रहा है। 28 अक्टूबर को बस्तर में भारी से अतिभारी बारिश व कुछ स्थानों पर अति से अतिभारी बारिश होने की संभावना है। यही नहीं 60 से 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा भी चलेगी। राजधानी में भी गरज-चमक के साथ पानी गिर सकता है। 29 अक्टूबर को मध्य छत्तीसगढ़ में 50 से 60 किमी की गति से हवा चलेगी।
तेज पानी व हवा से धान की खड़ी फसल को बुरी तरह नुकसान पहुंचने की आशंका है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार कई इलाकों में धान की कटाई चल रही है। वहीं देर से पकने वाले धान की फसल भी खेत में ही गिर जाएगी। खेतों में पानी भी भरेगा। इससे धान की क्वॉलिटी गिर जाएगी। चक्रवाती तूफान की संभावना से किसानों की चिंता बढ़ गई है।
पिछले 24 घंटे में बेलहगना में 3, पिपरिया, कसडोल, अंतागढ़, छुईखदान व भिंभौरी में 1-1 सेमी पानी गिरा। वहीं ज्यादातर जिलों में अधिकतम तापमान सामान्य से मामूली ज्यादा चल रहा है। यह हाल न्यूनतम तापमान का है। सबसे कम तापमान 19 डिग्री पेंड्रारोड में दर्ज किया गया। राजधानी में न्यूनतम तापमान 22.8 डिग्री रहा।