Kailash Kher in Raipur: छत्तीसगढ़ राज्योत्सव कार्यक्रम के समापन समारोह में सूफी गायक कैलाश खेर के सूरो ने कार्यक्रम को यादगार बना दिया। कहा कि रील वायरल हो और रूह तक जाए
ताबीर हुसैन. पांच दिवसीय छत्तीसगढ़ राज्योत्सव का समापन सूफी गायक कैलाश खेर की आवाज और ऊर्जा से गूंज उठा। मंच पर आते ही उन्होंने कहा ये हमारा घर है, घरों में स्वागत ऐसे ही होता है। (Kailash Kher in Raipur ) हमारे रायपुर के बहुत ही प्यारे लोग हैं। ये लोग झूठ-मूठ की प्रशंसा नहीं करते। हमारा वचन ही हमारा शासन है।
कैलाश खेर ने शुरुआत अपने प्रसिद्ध सूफी गीत कागा सब तन खाइयोज्से से की। जिसने पूरे मैदान को भावनाओं से भर दिया। इसके बाद उन्होंने रोमांटिक अंदाज में गाया— मैं तो तेरे प्यार में दीवाना हो गया, तेरी दीवानी, अल्लाह के बंदे, और जय जय कारा। जिस पर दर्शक झूम उठे।
राह बुहारूं, पग पखारूं, तम निहारूं जीज् ने सभी को भक्ति और प्रेम की लहर में डुबो दिया। इसके बाद खेर ने अपने दिलकश अंदाज़ में कहा जहां तक मैं देख रहा हूं, सभी इसी एक्साइटमेंट में हैं… तो चलिए, ये रील वायरल होनी चाहिए! मेरे साथ गाइए। फिर मंच पर गूंज उठा उनका सुर तौबा तौबा रायपुर वे तेरी सूरत माशाअल्लाह रायपुर वे तेरी सूरत। और दर्शकों ने उनके साथ कोरस में गाया मिलके भी हम ना मिले तुमसे ना जाने क्यों तू जाने ना अंत में उन्होंने कहा जय जोहार छत्तीसगढ़। गढ़ों में गढ़ छत्तीसगढ़, छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया।