Politics News: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के दिल्ली दौरे पर सभी की निगाह टिकी हुई है। बैज दो दिन से दिल्ली में है और नेताओं से मेल-मुलाकात कर रहे हैं।
Politics News: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के दिल्ली दौरे पर सभी की निगाह टिकी हुई है। बैज दो दिन से दिल्ली में है और नेताओं से मेल-मुलाकात कर रहे हैं। हालांकि अभी उनकी वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात नहीं हो सकी है। माना जा रहा है कि सोमवार को बैज वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर निकाय चुनाव की रिपोर्ट सौंपेंगे। इसके अलावा अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर भी चर्चा करेंगे।
बैज के दिल्ली दौरे को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। बताया जाता है कि बैज ने निकाय चुनाव को लेकर एक मोटी रिपोर्ट तैयार की गई है। इसमें हार के कारणों के अलावा भितरघात करने वालों का भी जिक्र है। बता दें कि निकाय चुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद कांग्रेस का एक धड़ा इसके लिए सीधे तौर पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को जिमेदार ठहरा रहा है। उनके खिलाफ बयानबाजी का भी दौर तेज हो गया था।
विधानसभा सत्र की तैयारियों को लेकर बुलाई बैठक में भी हार-जीत का मुद्दा उठा था। उस समय बैज ने सफाई दी थी कि सभी की सहमति से टिकट का वितरण हुआ था। इसलिए हार की जिमेदारी सभी की है। इसके बाद प्रदेश कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी इस बात का समर्थन किया था। इसके बाद सभी ने हार की सामूहिक जिमेदारी मानी थीं।
बैज के दिल्ली दौरे के साथ ही संगठन में बदलाव की चर्चा फिर से तेज हो गई है। बताया जाता है कि बैज अपने साथ कार्यकारिणी में बदलाव की एक लंबी सूची लेकर गए हैं। उनका प्रयास रहेगा कि सूची को हरी झंडी मिल जाए। बता दें कि निकाय चुनाव से पहले ही करीब 20 जिलाध्यक्षों को बदलने की चर्चा थी, लेकिन किसी न किसी कारण यह मामला टल गया। इसके बाद निकाय चुनाव में जिलाध्यक्षों की पसंद को भी महत्व दिया गया था, लेकिन कांग्रेस को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। इस वजह से इस बार बड़ा फेरबदल होना तय माना जा रहा है।
दरअसल, विधानसभा चुनाव से पहले दीपक बैज को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। इस वजह से उन्हें संगठन में विस्तार का मौका नहीं मिला था। बैज अभी तक पुरानी टीम के साथ ही काम कर रहे हैं। हालांकि की उनकी टीम में आंशिक बदलाव जरूर हुआ है।
बैज अपने साथ दिल्ली भितरघात करने वालों की एक सूची भी लेकर गए है। माना जा रहा है कि एक दर्जन से अधिक नेताओं पर कार्रवाई हो सकती है। इसमें सबसे बड़ा नाम पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा का है। उन्होंने बैज के खिलाफ खुला मोर्चा खोल दिया था। उनके खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा भी हुई है। अब देखना है कि दिल्ली आलाकमान कार्रवाई की अनुमति देता है या नहीं।