Tomar Brothers: मर्डर से लेकर अपहरण तक कई अवैध काम को अंजाम देने वाले हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र तोमर ने पूछताछ में कई राज उगले है। वहीं अब पुलिस रोहित के साथ मददगारों की तलाश तेज कर दी है...
Tomar Brothers: शहर में हत्या, ब्लैकमेलिंग, सूदखोरी जैसे कई मामलों में शामिल हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र सिंह तोमर उर्फ रूबी से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। पूछताछ में उसने कई राज खोले हैं। इससे उसके भाई रोहित सिंह तोमर के कई अवैध कार्यों का पता चला है। इसके बाद पुलिस ने रोहित की तलाश तेज कर दी है। ( CG News ) उसके संभावित लोकेशन में दबिश दी जा रही है। रोहित अलग-अलग मोबाइल नंबर का इस्तेमाल कर रहा है। बताया जाता है कि उसे एक विशेष संगठन के द्वारा मदद पहुंचाई जा रही है। अलग-अलग स्थानों पर शरण दी जा रही है।
उल्लेखनीय है कि सूदखोरी के नाम पर वसूली और ब्लैकमेलिंग में चर्चित वीरेंद्र और रोहित के खिलाफ पुरानीबस्ती और तेलीबांधा थाने में 7 मामले दर्ज हैं। रोहित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उसकी तलाश में है। वीरेंद्र को ग्वालियर से पकड़ा गया है। उसे पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र को शुक्रवार को पुलिस कोर्ट में पेश करेगी।
हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र से रिमांड के दौरान अलग-अलग पुलिस अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। पूछताछ में उसने खुद को रियल इस्टेट का कारोबार करना बताया, जबकि रियल इस्टेट से जुड़ा कोई साक्ष्य पेश नहीं कर पाया। ब्याज का काम भी रोहित और दिव्यांश देखता है, जबकि हकीकत में वीरेंद्र के इशारे पर ही रोहित पूरा काम करता है।
पूछताछ के दौरान पुलिस को दोनों हिस्ट्रीशीटर भाइयों के कई मददगारों का पता चला है। इन मददगारों की लिस्ट तैयार की गई है। उनसे पूछताछ की जाएगी। दोनों भाइयों के घर से बरामद इलेक्ट्रानिक साक्ष्यों की भी जांच की जा रही है। कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।
वीरेंद्र और रोहित के खिलाफ अलग-अलग थानों में मर्डर, अपहरण, ब्लैकमेलिंग, आर्स एक्ट आदि के 15 से अधिक मामले हैं। वर्तमान में रोहित और दिव्यांश वसूली और ब्लैकमेलिंग, गुंडागर्दी में सक्रिय थे। सिलतरा इलाके के कई कारोबारियों से भी वसूली की शिकायतें हैं। इसकी अलग से जांच की जा रही है।
पुरानी बस्ती सीएसपी राजेश देवांगन ने बताया कि आरोपी से कई बिंदुओं पर पूछताछ की जा रही है। रोहित की तलाश के लिए टीमें लगी हैं। जल्द ही उसकी भी गिरफ्तारी की जाएगी।