पुलिस का कहना है कि मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है, एक लाइन का सुसाइड नोट मिला है।
MP News: सारी… सॉरी… सॉरी… मुझे माफ करना, मैं अपनी स्वेच्छा से जान दे रही हूं, मर रही हूं। आपकी पूजा। ये आखिरी शब्द थे, 11वीं कक्षा में पढऩे वाली 15 वर्षीय छात्रा के। परिजन ने जब उसे फंदे पर लटका देखा तो बदहवास हो गए। आनन-फानन में उसे सिविल अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया।
ये घटना पचोर थाना क्षेत्र के भीलखेड़ा गांव की है। यहां की पूजा, पिता रामबाबू अहिरवार (15) का शव फंदे पर झूलता मिला। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो उसके हाथ में एक छोटा सा सुसाइड नोट मिला, जिसमें लिखा था कि सॉरी, मुझे माफ करना।
पुलिस ने सुसाइड नोट बरामद कर लिया है और मर्ग कायम कर मामला जांच में ले लिया है। पुलिस का कहना है कि मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है, एक लाइन का सुसाइड नोट मिला है। लड़की के पिता का निधन हो चुका है, घर में मां है लेकिन वे मानसिक रूप से कमजोर हैं।
घर में एक छोटा भाई है। वह अपनी बड़े मम्मी और पापा के साथ रहकर पढ़ाई कर रही थी। टीआई शकुंतला बामनिया ने बताया कि हमने मर्ग कायम किया। उन्होंने अपील की है कि कैसी भी परिस्थिति हो लेकिन इस तरह का कदम न उठाएं। किन कारणों में बालिका ने आत्महत्या की यह जांच का विषय है लेकिन ऐसे कदम बिल्कुल नहीं उठाए जाना चाहिए।