School Time: मौसम वैज्ञानिकों की माने तो इस महीने इसी तरह कड़ाके की ठंड पड़ेगी। ऐसे में सुबह की पाली में लगने वाले स्कूलों को देरी से लगाने के निर्देश देना जरूरी है।
School Time: उत्तर से आ रही सर्द हवाओं से जिले में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। जिले का न्यूनतम तापमान 11 डिग्री तक पहुंच रहा है। इसके बाद भी निगम प्रशासन द्वारा चौक-चौराहों में अलाव नहीं जलाया गया है। वहीं सुबह की पाली में लगने वाले स्कूलों की टाइमिंग में बदलाव नहीं होने के चलते बच्चों को सुबह कड़ाके की ठंड के बीच स्कूल पहुंचना पड़ रहा है।
मौसम वैज्ञानिकों की माने तो इस महीने इसी तरह कड़ाके की ठंड पड़ेगी। ऐसे में सुबह की पाली में लगने वाले स्कूलों को देरी से लगाने के निर्देश देना जरूरी है। राज्य के कुछ जिलों में कलेक्टर द्वारा यह निर्देश जारी किया जा चुका है।
शिक्षा अधिकारी प्रवास बघेल का कहना है कि फिलहाल सरकारी स्कूलों में अर्द्धवार्षिक परीक्षा आयोजित हो रही है, तो बच्चे परीक्षा समय में देरी से स्कूल पहुंच रहे हैं। निजी संस्थाओं में सुबह की पॉली में स्कूल संचालित हो रही है। इसके लिए कलेक्टर से मुलाकात कर समय-सारिणी में बदलाव के लिए चर्चा की जाएगी। ताकि बच्चों को किसी तरह की स्वास्थ्यगत समस्या न हो।
सुबह 7 से 7.30 में स्कूल लगने के कारण पालकों को भी परेशानी हो रही है। सुबह स्कूल भेजने बच्चों की तैयारी के लिए उन्हें भी तड़के बिस्तर छोड़ना पड़ रहा है। बच्चों की टिफिन से लेकर बस तक या फिर स्कूल छोड़ने के लिए उन्हें भी मशक्कत करनी पड़ रही है।
एमडी मेडिसीन डॉ. प्रकाश खुटे ठंड के मौसम में बच्चे और बुजुर्गों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होता है। सर्दी लगने से कई तरह की समस्याएं हो सकती है। ठंड से बचाव के लिए पर्याप्त गर्म कपड़े पहनने के अलावा ज्यादा जरूरी नहीं हो तो सुबह और रात में कहीं बाहर निकलने से बचे। ठंड का मौसम हेल्दी सीजन होता है, लेकिन भोजन का भी ध्यान रखना चाहिए। गर्म भोजन और गर्म पानी का सेवन करना चाहिए।