Pandit Pradeep Mishra: अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि मनुष्य मोह, माया, क्रोध और लालच के फेर में फंसे हुए हैं। वहीं जो बुरे कर्म किए हैं सजा जरूर मिलेगी..
Pandit Pradeep Mishra: गौरवपथ स्थित ऑडिटोरियम में अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक प्रदीप मिश्रा ने दूसरे दिन भी शिव महापुराण कथन का वाचन किया। उन्होंने कथा के माध्यम लोगों को परहित के लिए कार्य करने की बात कही। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को उसके कर्मों के आधार पर फल मिलता है।
बुरे कर्मों की सजा भी जरूर मिलती है। ( Pandit Pradeep Mishra In cg ) उन्होंने पूरे कथा के दौरान जीवन में कोई एक नियम बनाने पर जोर दिया है। इस तरह नियम बनाने से ही व्यक्ति का भटकाव नहीं होता और उसे उस नियम के पालन का लाभ या फल भी जरूर मिलता है।
उन्होंने कहा कि भगवान मनुष्य को पहले ही सब कुछ देकर भेजा है, लेकिन यहां लोग मोह, माया, क्रोध और लालच के फेर में फंसे हुए हैं। उन्होंने मानव जीवन में भगवान शिव की अराधना को प्रमुख बताया। शिव तत्व को पाने के लिए भोला बनने की बात कही। इस दौरान ऑडिटोरियम में निर्धारित श्रोता मौजूद रहे। कथा का सोशल मीडिया और टीवी चैनलों में लाइव प्रसारण चला।