राजनंदगांव

CG Smart Class: डिजिटल सरकारी स्कूल, स्मार्ट क्लास रूम में स्मार्ट टीवी, टच स्क्रीन ब्लैक बोर्ड में हो रही पढ़ाई

CG Smart Class: पुस्तकों को स्कैन कर स्मार्ट टीवी में प्रदर्शित कर पढ़ाया जा रहा है। इससे पढ़ाई कराने के साथ पढ़ने व समझने में आसानी हो रही है।

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CG Smart Class

CG Smart Class: नक्सल प्रभावित जिला मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में शिक्षा के क्षेत्र में कई नवाचार होने लगे हैं। कभी यह क्षेत्र पिछड़ा व अभावों से ग्रस्त था तो वहीं जिला बनने के बाद शिक्षा के क्षेत्र में नई क्रांति आई है। अब तो यहां डिजिटल तरीके से पढ़ाई कराई जा रही है। जिले के 18 सरकारी हाई व हायर सेकंडरी स्कूल ऐसे हैं जहां स्मार्ट क्लास खोले गए हैं।

यहां डिजिटल सिस्टम से विषयवार पढ़ाई होती है। यहां लगाए गए सिस्टम ऐसे हैं कि स्कैनर के माध्यम से पुस्तकों को स्कैन कर स्मार्ट टीवी में प्रदर्शित कर पढ़ाया जा रहा है। इससे पढ़ाई कराने के साथ पढ़ने व समझने में आसानी हो रही है।

इन स्कूलों में सुविधा दी गई

एलडब्लूई मद से मोहला ब्लॉक के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला मोहला, शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला दुगाटोला, शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला डूमरटोला, शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला आलकन्हार, शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला दनगढ़, शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला शेरपार, शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला गोटाटोला में सिस्टम लगे हैं। इसी तरह मानपुर के शासकीय डॉ. भीमराव अम्बेडकर उच्चतर माध्यमिक शाला औंधी, भर्रीटोला, खड़गांव, कुम्हारी के अलावा अंबागढ़ चौकी ब्लॉक में सिंघाभेड़ी, आमाटोला, चिल्हाटी, छछानपहरी, परसाटोला व सेजेस अंबागढ़ चौकी में डिजिटल तरीके से पढ़ाई हो रही है।

क्लास रूम में स्मार्ट टीवी, टच स्क्रीन ब्लैक बोर्ड भी दिए गए हैं। स्मार्ट टीवी में मोबाइल को कनेक्ट कर मनचाहे विषय की पढ़ाई करा पा रहे हैं। सिस्टम में पेन ड्राइव से भी पढ़ाई कराते हैं। टच स्क्रीन के माध्यम से ब्लैक बोर्ड की तरह लिखकर विषयों को समझाया जाता है।

प्रशिक्षित शिक्षक इस सिस्टम के माध्यम से बच्चों को ज्ञानवर्धक वीडियो दिखाते हैं। इन स्कूलों में डिजिटल तरीके से पढ़ाई कराने के लिए लेफ्ट विंग एक्सट्रेमिसम (एलडब्लूई) मद से प्रोजेक्टर उपलब्ध कराया गया है। हाई व हायर सेकंडरी स्कूल में एक स्मार्ट रूम तैयार किया गया है जहां अलग-अलग तिथियों में पढ़ाई कराते हैं। प्रत्येक स्मार्ट क्लास के लिए 3 लाख 32 हजार 930 रुपए खर्च किए गए हैं।

पढ़ाई को रूचिकर बनाने पहल

नक्सल प्रभावित और आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के बच्चों की शिक्षा की नींव को मजबूत बनाने के लिए सरकार की ओर से यह पहल की गई है। डिजिटल पढ़ाई रूचिकर होने से बच्चों में उत्साह देखने को मिल रहा है। बच्चे स्मार्ट क्लास रूम में देर तक पढ़ाई करते नजर आते हैं। इस सिस्टम से बच्चों को ज्ञानवर्धक नई जानकारियां मिल रहीं हैं। छात्र-छात्राएं भी सिस्टम को ऑपरेट कर पढ़ाई कर रहे हैं।

Updated on:
19 Nov 2024 05:15 pm
Published on:
19 Nov 2024 05:14 pm
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