राजसमंद

इस गांव में सिर्फ आरओ और कैंपर के पानी से गलती है दाल…पढ़े पूरा मामला

राजसमंद जिले के कुंवारिया तहसील मुख्यालय पर पिछले छह माह से बेस्वाद पानी की सप्लाई हो रही है। इसके कारण यह पानी खाना बनाने के उपयोग में नहीं आता है। जलदाय विभाग के कर्मचारी पानी के सेम्पल जांच के लिए लेने गए तो ग्रामीणों ने जमकर खरी-खोटी सुनाई

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कुंवारिया. नलों से पानी का सैंपल लेते जलदाय विभाग के कार्मिक।

कुंवारिया. तहसील मुख्यालय पर विगत छह महीने से पेयजल वितरण के दौरान बेस्वाद पीने के पानी की आपूर्ति होने तथा पानी के ऊपर पाउडरनुमा परत जमने सहित पेयजल की समस्या की वास्तविक स्थिति की जानकारी लेने शनिवार को जलदाय विभाग की टीम ने कस्बे में पहुंचकर ग्रामीणों से जानकारी ली और विभिन्न मोहल्लों से पानी वितरण के दौरान ही नलों से आते हुए पानी के सैंपल लिए। कस्बे में पेयजल की समस्या को गंभीरता से लेते हुए राजस्थान पत्रिका के 14 नवंबर के अंक में नलों से बेस्वाद व पानी पर जम जाती है सफेद पाउडर नुमा परत शीर्षक से प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया गया था। समाचार प्रकाशित होने के बाद जिला प्रशासन, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग तथा जनप्रतिनिधियों ने भी मामले पर गंभीरता दिखाई।

पानी के नमूने लिए, जांच के लिए भेजी

कस्बे में जलदाय विभाग राजसमंद के कनिष्ठ अभियंता सद्दाम मोहम्मद, विभाग के कनिष्ठ प्रयोगशाला सहायक मुकेश माहेश्वरी, जलदाय विभाग के सहायक कर्मी भैरूलाल, सोहनलाल, अरबाज अली आदि कार्मिकों ने पहुंचकर पेयजल वितरण के दौरान पानी के नमूने लिए और आमजन से पेयजल की स्थिति के बारे में जानकारी ली। रावली पोल में मनोज सेन, जगदीश जागेटिया, अधिवक्ता महेश सेन, शशिकांत, रणजीत, मदनलाल, शंकर लाल आदि ने टीम को पीने के पानी के बेस्वाद होने की जानकारी दी। बताया कि जब से नलकूपों से जलापूर्ति शुरू हुई तभी से कस्बे में पेयजल के बेस्वाद होने की परेशानी आ रही है। भोजन बनाने के दौरान नल के पानी में दाल भी नहीं गलती है।

कैंपर और आरओ से बनाना पड़ता खाना

ग्रामीणों को मजबूर होकर कैंपर या आरओ का पानी लेकर खाना बनाना पड़ता है। बताया कि पानी में सफेद पाउडर इस कदर आ रहा है कि नलों की टोंटियां तक खराब हो रही है। पानी पीकर पेट दर्द व पेट भारी होने की शिकायतें भी आ रही है। ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से कुंवारिया, रेलवे स्टेशन, खाखलिया खेड़ा व सूरजपुरा में पूर्ववत बाघेरी नाका पेयजल योजना का शत प्रतिशत स्वच्छ व शुद्ध पानी आपूर्ति करने की गुहार लगाई। जलदाय विभाग की टीम के सदस्यों ने बताया कि उपलब्ध पेयजल को सुव्यवस्थित रूप से वितरण करना उनकी प्राथमिकता है। बाघेरी नाका की आपूर्ति कम होने के कारण स्थानीय नलकूपों से उपलब्ध पानी को लेकर व्यवस्था को सुचारू बनाए रखना पडता है। नलों के पानी के सैंपल लेकर प्रयोगशाला में जांच कराई जाएगी। सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद विभाग आगे की कार्यवाही करेगा।

Published on:
17 Nov 2024 11:37 am
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