तहसील मुख्यालय का सबसे व्यस्त नीलकंठ चौराहा इन दिनों अव्यवस्थित पार्किंग के कारण लोगों के लिए परेशानी का बड़ा कारण बन गया है।
कुंवारिया. तहसील मुख्यालय का सबसे व्यस्त नीलकंठ चौराहा इन दिनों अव्यवस्थित पार्किंग के कारण लोगों के लिए परेशानी का बड़ा कारण बन गया है। सड़क किनारे मनमाने ढंग से खड़े किए जा रहे वाहनों से यहां दिन में कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। नतीजतन, आमजन को न केवल यातायात जाम में फंसना पड़ता है, बल्कि हादसे का खतरा भी लगातार बना रहता है।
स्थानीय ग्रामीणों और दुकानदारों के अनुसार, चौराहे के आसपास स्थित दुकानों पर खरीदारी करने आने वाले लोग अपने दोपहिया और चारपहिया वाहनों को सड़क पर ही जहां-तहां आड़े-टेढ़े तरीके से पार्क कर देते हैं। इससे सड़क के दोनों ओर वाहनों की कतार लग जाती है और बीच में मात्र एक संकीर्ण गलियारा ही बचता है, जिससे गुजरना बेहद मुश्किल हो जाता है।
खासतौर पर जब दो बड़े वाहन आमने-सामने आ जाते हैं या कोई भारी वाहन इस रास्ते से गुजरता है, तो पूरी सड़क पर जाम लग जाता है। कई बार इस दौरान वाहन चालकों के बीच विवाद और झगड़े की स्थिति भी पैदा हो जाती है। स्थानीय नागरिकों ने बताया कि यह समस्या लंबे समय से बनी हुई है। नीलकंठ चौराहा, जो कुंवारिया कस्बे का मुख्य ट्रैफिक जंक्शन है, वहां से होकर स्कूल बसें, निजी वाहन, ट्रक, एंबुलेंस और ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले सैकड़ों वाहन दिनभर गुजरते हैं। लेकिन अव्यवस्थित पार्किंग के कारण आपातकालीन वाहनों को भी निकलने में भारी दिक्कत होती है।
ग्रामीणों का कहना है कि इस समस्या को पहले भी सीएलजी (सिविक लीजन ग्रुप) की बैठक में उठाया गया था, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। परिणामस्वरूप समस्या जस की तस बनी हुई है और आमजन को लगातार असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि नीलकंठ चौराहा क्षेत्र में नो पार्किंग ज़ोन घोषित किया जाए और वहां ट्रैफिक पुलिस की नियमित तैनाती की जाए। साथ ही अव्यवस्थित पार्किंग करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि जाम की समस्या से राहत मिल सके।