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एसआईआर से बदलेगा राजसमंद का सियासी गणित, 73,984 नाम होंगे बाहर, अकेले राजसमंद विधानसभा में सबसे अधिक 20,880 मतदाता प्रभावित

राजसमंद जिले में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की गणना प्रक्रिया पूरी होते ही जिले की चारों विधानसभा सीटों का राजनीतिक समीकरण हिलता नजर आ रहा है।

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S.I.R. Briefing

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राजसमंद. राजसमंद जिले में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की गणना प्रक्रिया पूरी होते ही जिले की चारों विधानसभा सीटों का राजनीतिक समीकरण हिलता नजर आ रहा है। निर्वाचन विभाग के अनुसार एसआईआर के बाद जिले की मतदाता सूची से 73,984 नाम बाहर होंगे, जो आगामी चुनावी रणनीतियों को सीधे तौर पर प्रभावित करेंगे। जिला निर्वाचन अधिकारी अरुण हसीजा ने बताया कि एसआईआर की इस प्रक्रिया में मतदाता सूची का व्यापक शुद्धिकरण किया गया है। इसका असर इतना बड़ा है कि वर्ष 2023 के विधानसभा चुनावों में चारों सीटों पर विजयी प्रत्याशियों की कुल जीत का अंतर (93,294 वोट) लगभग उतना ही है, जितने मतदाता अब सूची से बाहर हो रहे हैं।

नाथद्वारा में स्थिति सबसे संवेदनशील

चारों विधानसभा क्षेत्रों में नाथद्वारा एकमात्र ऐसी सीट है, जहां एसआईआर में कटने वाले नाम (16,048), 2023 के चुनाव में जीत के मार्जिन (7,504) से दोगुने से भी अधिक हैं। वहीं भीम, कुंभलगढ़ और राजसमंद में भी नाम कटने से जीत का अंतर काफी हद तक सिमट जाएगा। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार अब सभी दलों को नए सिरे से बूथ प्रबंधन, मतदाता संपर्क और जातीय-सामाजिक समीकरण साधने पड़ेंगे, जो उनके लिए बड़ी चुनौती बन सकता है।

9.65 लाख से घटकर 8.91 लाख पर पहुंची मतदाता संख्या

जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 27 अक्टूबर 2025 को राज्य में एसआईआर-2026 कार्यक्रम घोषित किया गया था। इसके तहत 4 नवंबर से 11 दिसंबर 2025 तक गणना चरण चला। एसआईआर से पहले जिले में कुल मतदाता 9,65,898 और गणना प्रपत्र भरकर जमा करने वाले मतदाता 8,91,914 मतदाता हो गए हैं। इन मतदाताओं के नाम 16 दिसंबर 2025 को प्रकाशित प्रारूप मतदाता सूची में शामिल कर लिए गए हैं।

इसके अतिरिक्त:-

  • 2,434 फॉर्म-6 ऑनलाइन
  • 1,085 फॉर्म-6 ऑफलाइन (बीएलओ के माध्यम से)

प्राप्त हुए हैं। इन आवेदनों का नियमानुसार परीक्षण कर प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद नाम जोड़े जाएंगे।

मतदाताओं की सुविधा के लिए बढ़े मतदान केंद्र

मतदाता भार को संतुलित करने के लिए जिले में मतदान केंद्रों का पुनर्गठन किया गया है।

  • पहले मतदान केंद्र: 988
  • नए सृजित मतदान केंद्र: 146
  • अब कुल मतदान केंद्र: 1,134

अब जिले में कोई भी मतदान केंद्र 1,200 से अधिक मतदाताओं वाला नहीं रहेगा, जिससे मतदान प्रक्रिया अधिक सुगम होगी।

15 जनवरी तक दावे और आपत्तियां दर्ज कराने का अवसर

निर्वाचन आयोग के कार्यक्रम के अनुसार 16 दिसंबर 2025 से 15 जनवरी 2026 तक प्रारूप मतदाता सूची पर दावे और आपत्तियां दर्ज कराई जा सकती हैं। मतदाता नाम जोड़ने, हटाने या सुधार के लिए आवेदन कर सकते हैं। निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी द्वारा प्राप्त आवेदनों की सूचियां फॉर्म-9, 10, 11, 11ए और 11बी में तैयार कर प्रतिदिन कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर, साप्ताहिक रूप से मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को उपलब्ध कराई जाएंगी।

निर्णय से असंतुष्ट मतदाता:-

  • 15 दिन में जिला मजिस्ट्रेट
  • उसके बाद 30 दिन में मुख्य निर्वाचन अधिकारी

के समक्ष अपील कर सकते हैं।

14 फरवरी 2026 को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होगा।

इन कारणों से कटेंगे 73,984 नाम

कारणसंख्या
मृत्यु17,459
अनट्रेसेबल7,086
स्थानांतरण (शिफ्ट)45,288
दोहरे नाम3,990
अन्य161
कुल73,984

कटने वाले नाम बनाम 2023 की जीत का मार्जिन

विधानसभाकटने वाले नाम2023 में जीत का मार्जिन
भीम18,63531,768
कुंभलगढ़18,42122,060
राजसमंद20,88031,962
नाथद्वारा16,0487,504

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