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समाज ने उठाए सवाल, शिक्षा विभाग ने माना अतिक्रमण, शिक्षा मंत्री की नाराजगी के बाद कार्रवाई, ग्रामीणों में आक्रोश

ग्राम पंचायत पीपलांत्री कला में बाबा रामदेव के चबूतरे को प्रशासन द्वारा हटाए जाने का मामला अब महज कार्रवाई तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह एक बड़े विवाद का रूप ले चुका है।

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राजसमंद. ग्राम पंचायत पीपलांत्री कला में बाबा रामदेव के चबूतरे को प्रशासन द्वारा हटाए जाने का मामला अब महज कार्रवाई तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह एक बड़े विवाद का रूप ले चुका है। चबूतरा हटाने की कार्रवाई पर सालवी समाज ने कड़ा विरोध जताते हुए प्रशासनिक निर्णय पर सवाल खड़े किए हैं और संबंधित खसरों की निष्पक्ष जांच कर स्थायी समाधान की मांग की है।

सालवी समाज की ओर से जिला प्रशासन को सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया कि पीपलांत्री कला में पिछले करीब पांच वर्षों से बाबा रामदेव का चबूतरा बना हुआ था। 16 दिसंबर को दोपहर करीब 12 बजे प्रशासन ने पुलिस जाब्ते की मौजूदगी में जेसीबी मशीन से चबूतरे को हटवा दिया। प्रशासन का कहना है कि चबूतरा स्कूल ग्राउंड की भूमि पर बना हुआ था, जबकि समाज का दावा है कि स्कूल मैदान पीपलांत्री खुर्द की सीमा में आता है और हटाया गया चबूतरा पीपलांत्री कला क्षेत्र में स्थित था।

अन्य अतिक्रमणों पर चुप्पी का आरोप

सालवी समाज ने यह भी आरोप लगाया कि चबूतरे के आसपास अन्य लोगों द्वारा अवैध रूप से बाड़े बनाकर कब्जा किया गया है, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके अलावा स्कूल मैदान में पशुओं के मल-मूत्र के लिए रोड़ियां बनाए जाने और पीपलांत्री खुर्द में स्कूल ग्राउंड के पास सड़क पर अतिक्रमण से आवागमन बाधित होने की शिकायत भी ज्ञापन में दर्ज कराई गई है। राजकीय माध्यमिक विद्यालय पीपलांत्री के खेल मैदान पर अवैध कब्जों का मुद्दा भी उठाया गया।समाज ने प्रशासन से मांग की है कि सभी मामलों की निष्पक्ष जांच कर समान रूप से कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह के विवाद दोबारा न हों।

कांग्रेस के नेतृत्व में सौंपा ज्ञापन

इस पूरे प्रकरण को लेकर ग्रामीणों ने कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष आदित्य प्रताप के नेतृत्व में जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल में प्यारेलाल बलाई, नारायणलाल बलाई, हितेश श्रीमाली, प्रकाश सालवी, किशन सालवी, सूरज बलाई, राजू, प्रकाश, मुकेश सालवी, विजय, हिरालाल सालवी, गेहरीलाल सालवी, प्रकाश लोहारा, संजय श्रीमाली, लोकेश बलाई सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल रहे।

शिक्षा मंत्री की नाराजगी के बाद तेज हुई कार्रवाई

जानकारी के अनुसार नवंबर माह में शिक्षा मंत्री मदनलाल दिलावर पीपलांत्री पंचायत में जलग्रहण प्रशिक्षण केंद्र और सरफेस बैरियर कार्य के लोकार्पण के लिए आए थे। इस दौरान ग्रामीणों ने स्कूल की जमीन पर चबूतरा बनाए जाने की शिकायत मंत्री के समक्ष रखी थी। शिक्षा मंत्री ने मामले को गंभीर मानते हुए शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर नाराजगी जताई और पूरे प्रकरण की रिपोर्ट तलब की। इसके बाद शिक्षा विभाग ने एक समिति गठित कर जांच करवाई, जिसमें चबूतरा स्कूल की भूमि पर होना पाया गया। जांच रिपोर्ट के आधार पर मंगलवार को पुलिस की मौजूदगी में जेसीबी से चबूतरा हटाने की कार्रवाई की गई।

अधिकारी बोले— अतिक्रमण हटाना जरूरी

रामेश्वर बाल्दी, सीडीईओ राजसमंद ने बताया कि शिक्षा मंत्री ने इस मामले में कड़ी आपत्ति जताई थी। जांच में स्कूल की भूमि पर चबूतरा बनाकर अतिक्रमण किया जाना सामने आया। पालना रिपोर्ट में चबूतरा हटाने की कार्रवाई पूरी कर शिक्षा मंत्री को रिपोर्ट प्रेषित कर दी गई है। उन्होंने कहा कि विभाग सभी धर्मों का सम्मान करता है, लेकिन स्कूल की जमीन से अतिक्रमण हटाना आवश्यक था।


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