Rajasthan News : माध्यमिक शिक्षा विभाग से बड़ी खबर। राजस्थान के माध्यमिक शिक्षा विभाग में एक लाख 23 हजार 656 पद खाली पड़े हैं। अब सवाल है इतनी बड़ी संख्या में अगर पदों की भर्ती नहीं हुई है तो कैसे मिलेगी बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलेगी।
Rajasthan News : चुनावों में राजनीतिक पार्टियां बड़े-बड़े वादे करती है और जनता उनके वादों में आकर उन्हे सत्ता की चाबी तो सौंप देती है, लेकिन हालात जस के तस रहते हैं। शिक्षा विभाग में भी बरसों से यही स्थिति देखने को मिल रही है। क्योंकि प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा विभाग में कार्मिकों की भारी कमी बरसों से बनी हुई है, जबकि चुनाव में शिक्षा विभाग को लेकर भी भर्तियों की घोषणा तो की जाती है, लेकिन धरातल पर कुछ होता नहीं।
शिक्षा विभाग में कार्मिकों की कमी को दूर करना तो दूर ऊपर से शिक्षा विभाग पर चुनाव सहित राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की क्रियान्विति की जिम्मेदारी और डाल दी जाती है। ऐसे में बच्चों के भविष्य के साथ जो खिलवाड़ हो रहा है उसकी भरपाई कैसे होगी, इसके बारे में कोई सोचने वाला नहीं है। प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा विभाग में ही 123656 पद रिक्त हैं। माध्यमिक शिक्षा विभाग में 36 विभिन्न प्रकार के कार्यो के लिए कुल 371186 पद स्वीकृत हैं। इनमें से 247530 पदों पर ही कार्मिक कार्यरत हैं। विभाग में प्रधानाचार्य, प्रधानाध्यापक, व्याख्याता, वरिष्ठ अध्यापक, शारीरिक शिक्षक, पुस्तकालय अध्यक्ष, प्रयोगशाला सहायक, लिपिक, जमादार, प्रयोगशाला सहायक, प्रयोगशाला परिचारक, चर्तुथ श्रेणी कर्मचारी, प्रशासनिक अधिकारी एवं अन्य कार्मिकों के कई पद रिक्त हैं। इनमें व्याख्याता, वरिष्ठ अध्यापक, तृतीय श्रेणी अध्यापक के रिक्त पदों से सीधे तौर पर बच्चों के अध्ययन पर असर पड़ रहा है।
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पद का नाम - स्वीकृत पद - कार्यरत पद - रिक्त पद
संयुक्त निदेशक - 14- 6 -8
उपनिदेशक -21- 11 -10
जिला शिक्षा अधिकारी -44 -22 -22
प्रधानाचार्य -17936 -11017 -6919
उप प्रधानाचार्य -12424 -481 -11943
उप जिलाशिक्षा अधिकारी (शा.शि.)- 44 -23 -21
व्याख्याता -55017 -42399 -12618
कोच एवं समकक्ष -40- 26- 14
प्राध्यापक शारीरिक शिक्षा -261- 223 -38
वरिष्ठ अध्यापक -91054- 65899- 25155
वरिष्ठ शारीरिक शिक्षक -4050 -2143 -1907
अध्यापक लेवल। एवं तृतीय -103069- 80054- 23015
शारीरिक शिक्षक श्रेणी तृतीय -11505 -10785- 720
पुस्तकालय अध्यक्ष श्रेणी प्रथम -41 -21- 22
पुस्तकालय अध्यक्ष श्रेणी द्वितीय- 1098 -289- 809
पुस्तकालय अध्यक्ष तृतीय -3017- 2037- 980
प्रयोगशाला सहायक श्रेणी द्वितीय -440 -203- 237
प्रयोगशाला सहायक -4222- 3470- 752
| पद का नाम | स्वीकृत पद | कार्यरत पद | रिक्त पद |
| निजी सचिव | 9 | 5 | 4 |
| वरिष्ठ निजी सचिव | 1 | 0 | 1 |
| अति. निजी सचिव | 9 | 4 | 5 |
| निजी सहायक ग्रेड प्रथम | 5 | 3 | 2 |
| निजी सहायक ग्रेड द्वितीय | 38 | 19 | 19 |
| संस्थापन अधिकारी | 150 | 43 | 107 |
| प्रशासनिक अधिकारी | 238 | 192 | 46 |
| अति. प्रशासनिक अधिकारी | 1423 | 996 | 427 |
| सहायक प्रशासनिक अधिकारी | 3673 | 2223 | 1450 |
| वरिष्ठ सहायक | 5703 | 4141 | 1562 |
| कनिष्ठ सहायक | 13199 | 8419 | 4780 |
| वरिष्ठ कम्प्यूटर अनुदेशक | 591 | 232 | 359 |
| बेसिक कम्प्यूटर अनुदेशक | 9862 | 5890 | 3972 |
| पूर्व प्राथमिक अध्यापक | 2020 | 161 | 1859 |
| चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी | 27972 | 5709 | 22263 |
| जमादार | 520 | 148 | 372 |
प्रयोगशाला परिचारक - 1474 - 236 - 1238
(आंकड़े 1 मई 2024 के शाला दर्पण पर उपलब्ध रिपोर्ट के अनुसार है।)
शिक्षा विभाग में शिक्षकों के रिक्त पदों का खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। शिक्षक नहीं होने से उनकी पढाई पूरी नहीं होती, जिससे वे प्रतियोगिता परीक्षाओं में पिछड़ रहे है। यही कारण है कि हाल की भर्तियों में कई अभ्यर्थी न्यूनतम 40 प्रतिशत अंक भी नहीं ला पाए।
प्रदेश में समय पर भर्ती परीक्षा नहीं होने से बेरोजगारों की संख्या में इजाफा हो रहा है। प्रदेश के विश्वविद्यालयों एवं अन्य राज्यों से करीब एक लाख से अधिक युवा प्रतिवर्ष एसटीसी या बीएड की डिग्री करते हैं। ऐसे में समय पर भर्ती नहीं होने से हर वर्ष एक लाख नए संभागी परीक्षा के लिए पात्रता लेते हुए प्रतियोगी बन जाते हैं।
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