राजसमंद

गोरमघाट क्षेत्र में रेलवे लाइन पर गिरी चट्टाने एवं मलबा, आगामी आदेशों तक दोनों रेल बंद

गोरमघाट क्षेत्र में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण पहाड़ों से बड़े-बड़े पत्थर और मलबा खिसककर रेलवे ट्रैक पर आ गए।

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Railway track news

देवगढ़. गोरमघाट क्षेत्र में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण पहाड़ों से बड़े-बड़े पत्थर और मलबा खिसककर रेलवे ट्रैक पर आ गए। इस हादसे से रेलवे लाइन क्षतिग्रस्त हो गई, जिसके चलते रेलवे प्रशासन ने अग्रिम आदेश तक मारवाड़ से कामलीघाट के बीच चलने वाली मीटर गेज रेल सेवाएं रोक दी हैं। रेलवे सूत्रों के अनुसार हाल ही में गोरमघाट के पहाड़ों पर हुई तेज बारिश की वजह से कामलीघाट रेलवे स्टेशन के पास दो नंबर साइडिंग के समीप ट्रैक पर चट्टानें और भारी मलबा आ गिरा। इससे रेल मार्ग बाधित हो गया और यातायात पूरी तरह से ठप हो गया। घटना की सूचना मिलते ही शनिवार को रेलवे कर्मचारी मौके पर पहुंचे और पत्थरों को हटाने का कार्य शुरू किया। यह कार्य रविवार को दूसरे दिन भी युद्ध स्तर पर जारी रहा। अधिकारियों ने बताया कि जब तक मलबा पूरी तरह साफ नहीं हो जाता और क्षतिग्रस्त ट्रैक की मरम्मत पूरी नहीं हो जाती, तब तक ट्रेन संचालन संभव नहीं होगा। रेलवे प्रशासन ने गाड़ी संख्या 09695 मारवाड़–कामलीघाट और गाड़ी संख्या 09696 कामलीघाट–मारवाड़ जंक्शन की सेवाएं फिलहाल स्थगित कर दी हैं। अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ही रेल संचालन फिर से शुरू किया जाएगा।

नदी नाले उफान पर, नीम का पेड़ गिरा

आमेट. तहसील क्षेत्र में पिछ्ले दिनों से मेघों के मेहरबान होने से क्षेत्र में चहुंओर पानी ही पानी हो गया। करीब 20 साल बाद चन्द्रभागा नदी तट पर बने राणेराव तालाब के पानी से लबालब भरने से सुबह छलक उठा। क्षेत्र के छोटे-बड़े नदी, नाले, तालाब एनिकट कही उफ़ान पर तों कही छलक उठे। बीती रात आमेट- भीलवाडा रोड पर चन्द्रभागा नदी तट पर अति प्राचीन श्री निमडिया बावजी के पुराने स्थान पर नीम का पेड़ गिर गया। गनीमत रही की रात का समय होने से बड़ा हादसा टल गया। विधुत तार पर गिरने से तार टूट गए। क्षेत्र की बिजली बंद हो गई।

Published on:
08 Sept 2025 03:11 pm
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