MP News: जावरा में जमीन विवाद ने ली जान। मामा-मामी ने भांजे अमृतराम की हत्या की। मां-बाप ने शव लेने से किया इंकार, प्रशासन और समाजसेवक ने कराया अंतिम संस्कार।
Jaora land dispute murder: रतलाम जिले जावरा आनुभग में जमीनी विवाद को लेकर हुए मामा-भांजे के विवाद में भांजे की मृत्यु के बाद शव लेने से परिवारजनों ने मना कर दिया। इसके बाद मृतक अमृतराम रिंगनोद थाना पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर प्रशासन, आनंदी हनुमान के समाज सेवक सुभाष टुकड़िया और चौकी प्रभारी असावती शरीफ खान ने मिलकर मृतक का अंतिम संस्कार किया। (MP News)
रिंगनोद थाना प्रभारी आनंद सिंह आजाद ने बताया कि शनिवार की रात में जमीन को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया था। इसके बाद मामा-मामी ने भांजे पर हमला किया, जिसमें अमृतराम पिता कालूलाल की मृत्यु हो गई थी। मामा बद्रीलाल उर्फ समरथ गंभीर रूप से घायल हुआ था। मृतक के पिता कारूलाल और मां सुमित्रा ने बेटे का शव लेने से मना कर दिया, क्योंकि दोनों ने अलग-अलग जगह पर शादी कर ली थी।
दोनों से अलग-अलग संताने है, इसलिए उन्होंने अमृतराम का शव लेने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि हम मृतक से कोई रिश्ता नहीं रखना चाहते हैं। इसके बाद प्रशासन ने शहर के आनंदी हनुमान मुक्तिधाम पर पहुंचकर समाज सेवक सुभाष टुकड़िया से संपर्क किया। वहां पर रविवार की शाम चौकी प्रभारी असावती शरीफ खान और समाज सेवक ने मिलकर मृतक अमृतराम का अंतिम संस्कार किया।
रिंगनोद थाने से मिली जानकारी के अनुसार मां सुमित्रा की जो हिस्से की जमीन थी, जिस जमीन पर बद्रीलाल उर्फ समरथ खेती कर रहा था। इसको लेकर अमृतराम अपनी मां की जमीन स्वयं के नाम करने के लिए मां पर न्यायालय में केस लगा रखा था।
उसकी मां सुमित्रा ने आकर न्यायालय में बयान दे दिया कि मुझे मेरी जमीन नहीं चाहिए जिसके बाद मामा भांजे में विवाद होना शुरू हो गया था। शनिवार की रात में विवाद में मामा सम्राट और मामी रेखाबाई ने मिलकर भांजे की हत्या कर दी। पुलिस ने मामी को महिला जेल भेज दिया है और मामा का जिला मेडिकल कॉलेज में उपचार चल रहा है।