Heritage corridor construction: रेलवे मानसून में रोजाना तीन फेरे शुरू करने की तैयारी में, लेकिन निर्माण के चलते 2 साल एमपी की एकलौती पर्यटन ट्रेन का संचालन बंद रहेगा।
MP Heritage Train: पश्चिम रेलवे के एकमात्र हेरिटेज ट्रैक पातालपानी-कालाकुंड सेक्शन (Patalpani-Kalakund section) में हेरिटेज ट्रेन का लाभ जल्द ही पर्यटक पूरे मानसून समय में प्रतिदिन लेंगे। रेलवे विभाग ट्रैक की मजबूती के साथ ही पर्यटको को मिलने वाली सुविधाओं के लिए तैसारी शुरू कर चुका है।
रेलवे रतलाम मंडल के डीआरएम अश्वनी कुमार ने अफसरों के साथ हेरिटेज ट्रैक का निरीक्षण भी किया है। इस ट्रैक को पातालपानी-कालाकुंड सेक्शन में हेरिटेज कॉरिडोर बनाने की तैयारी रेलवे ने शुरू कर दी है। इस । इस पूरे कार्य को रेलवे का प्रयास है सिंहस्थ 2028 (Simhastha 2028) के पूर्व कर लिया जाए।
डीआरएम कुमार बीते दिनों रेल मंडल के अधिकारियों के साथ पातालपानी रेलवे स्टेशन गए थे। यहां से स्टेशन का निरीक्षण किया। इसके बाद हेरिटेज ट्रेन से टैंक का निरीक्षण भी किया। रेल अधिकारियों के अनुसार हेरिटेज ट्रैक पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पातालपानी-कालाकुंड सेक्शन में ट्रैक को हेरिटेज कॉरिडोर बनाएंगे (Heritage corridor construction)। मीटरगेज ट्रैक के साथ ही ब्रॉडगेज टैंक भी साथ में डाला जाएगा। ब्रॉडगेज और मीटरगेज के रखरखाव के लिए सुविधाएं बहेंगी।
जुलाई-अगस्त माह में शुरू होने वाली हेरिटेज ट्रेन फिलहाल चलना बंद हो गई है। सुबह 11 बजे पातालपानी रेलवे स्टेशन से निकलने वाली ट्रेन शाम करीब 4 बजे वापस लौटती है। सिंगल फेरे के कारण कई यात्री इस रोमांचक यात्रा का लाभसमय की समस्या के चलते नहीं ले पाते। ऐसे में रेलवे अब मानसून समय में प्रतिदिन हेरिटेज ट्रेन के तीन फेरे लगाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए जो टाइम-टेबल बनाया है उसके अनुसार सुबह 7 से 10 बजे तक पहला फेरा, दोपहर 11 से 2 और दोपहर 3 से शाम 5 बजे तक ट्रेन चलेगी।
हेरिटेज कॉरिडोर बनाने के दौरान दो सालों तक पातालपानी से कालाकुंड के बीच ट्रेन का संचालन बंद रखा जाएगा। रेवे के के अनुसार, ट्रैक मजबूती के कार्य में दो साल का समय लगेगा।
पातालपानी रेलवे स्टेशन से कालाकुंड तक हेरिटेज ट्रैक को मजबूती देकर हेरिटेज कॉरिडोर बनाने निरीक्षण किया था। इसके लिए शासन से बजट भी मिलेगा है। रोजाना ट्रेन के तीन फेरे के हिसाब से योजना पर कार्य अंतिम चरण में है। अश्वनी कुमार, डीआरएम, रतलाम रेल मंडल