स्थानीय बाजार में जहां चांदी एक लाख 82 हजार 500 रुपए हो गई। वहीं वायदा बाजार (एमसीएक्स) में इसका भाव एक लाख 90 हजार बताया जा रहा है।
रतलाम. स्थानीय सराफा बाजार में बुधवार को चांदी में जबरदस्त उछाल देखने को मिला। मंगलवार के मुकाबले 10 हजार के उछाल के साथ चांदी 1.82 लाख रुपए प्रति किलो के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी चाल मंगलवार रात से शुरू हो गई थी।
स्थानीय सराफा बाजार में मंगलवार सुबह 1.73 लाख रुपए प्रति किलो के भाव खुलने वाली चांदी बुधवार सुबह एक लाख 82 हजार 500 रुपए पहुंच गई। सोना एक लाख 28 हजार रुपए प्रति दस ग्राम पहुंच गया है। सुबह से भाव को लेकर असमंजस की स्थिति बनी रही। इसके चलते दोपहर करीब सवा बजे के बाद ही भाव को लेकर स्थिति स्पष्ट हुई।
चांदी खुले बाजार से ऊंची वायदा बाजार में
स्थानीय बाजार में जहां चांदी एक लाख 82 हजार 500 रुपए हो गई। वहीं वायदा बाजार(एमसीएक्स) में इसका भाव एक लाख 90 हजार बताया जा रहा है। यानी खुले बाजार से करीब साढ़े सात हजार रुपए ऊंची चल रही है। यह एक बड़ा अंतर है। जानकारों के अनुसार अगर वायदा में चांदी 1.90 लाख है तो स्थानीय बाजार में एक लाख 85 हजार रहना चाहिए। इससे आगे तेजी की संभावना है।
ये है मुख्य कारण
सराफा कारोबार के जानकार के अनुसार चांदी में तेजी का मुख्य कारण यूक्रेन का बमबारी में रूस पर लगातार प्रहार, चीन की सिल्वर पर टैक्स की नई गाइड लाइन की घोषणा व अमेरिका की फेडरल रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दर में कमी की संभावना को बताया जा रहा है।
चांदी का औद्योगिक उपयोग बढ़ा
सराफा कारोबारी गोपाल सोनी चांदी वर्तमान में वायदा बाजार के हाथ का खिलौना बनी हुई है। इससे यह उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। इसके साथ ही औद्योगिक उपयोग इलेक्ट्रॉनिक्स वाहनों, सौर ऊर्जा, डिफेंस, जेवरात आदि में बढ़ा है। साथ ही तेजी के चलते राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय बाजार में मांग बढ़ी है।
रात को अधिक तेजी आई
स्थानीय बाजार में मंगलवार दोपहर तक चांदी के भाव सामान्य थे। इसके बाद धीरे-धीरे इसमें बढ़त शुरू हुई। रात को हर आधे पौन घंटे में एक हजार से डेढ़ हजार की तेजी शुरू हुई। जो बाजार बंद होने तक जारी रही।
कीर्ति बड़जात्या।
चांदी का औद्योगिक उपयोग बढ़ा
चांदी वर्तमान में वायदा बाजार के हाथ का खिलौना बनी हुई है। इससे यह उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। इसके साथ ही औद्योगिक उपयोग इलेक्ट्रॉनिक्स वाहनों, सौर ऊर्जा, डिफेंस, जेवरात आदि में बढ़ा है। साथ ही तेजी के चलते राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय बाजार में मांग बढ़ी है।
रामबाबू शर्मा, सचिव , सराफा एसोसिएशन।