December Grah Gochar 2025: दिसंबर 2025 में सूर्य, मंगल, बुध और बृहस्पति चार प्रमुख ग्रह बड़ी स्थिति परिवर्तन करेंगे। ये बदलाव करियर, रिश्तों, धन, शिक्षा और आत्मविश्वास पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालेंगे। यह महीना ऊर्जा, नए अवसर और महत्वपूर्ण निर्णयों का समय रहेगा।
December Grah Gochar 2025 :वैदिक ज्योतिष में नौ ग्रह सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु और केतु इंसान के जीवन, भाग्य, रिश्तों, करियर और मानसिक स्थिति पर गहरा प्रभाव डालते हैं। हर ग्रह एक निश्चित अवधि में अपनी राशि और नक्षत्र बदलता है, जिसे ग्रह गोचर (Grah Gochar) कहा जाता है। दिसंबर 2025 ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण महीना माना जा रहा है, क्योंकि इस महीने कई बड़े ग्रह अपनी स्थिति बदलने वाले हैं। इन परिवर्तनों का असर हर राशि के लोगों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाएगा। आइए इस महीने होने वाले खास ग्रह गोचरों को समझते हैं.
सूर्य आत्मविश्वास, अधिकार, पिता और प्रतिष्ठा का प्रतीक है। हर 30 दिनों में राशि बदलने वाला सूर्य वर्तमान में वृश्चिक राशि में है और 16 दिसंबर को धनु राशि में प्रवेश करेगा। इस गोचर के कारण नेतृत्व क्षमता, नौकरी में पदोन्नति, सामाजिक सम्मान और आत्मबल से जुड़े मामलों में बदलाव देखने को मिल सकते हैं। धनु राशि में सूर्य का प्रवेश अग्नि तत्व को मजबूत करेगा, जिससे लोगों की ऊर्जा और निर्णय लेने की क्षमता बढ़ सकती है।
मंगल हिम्मत, उत्साह, बल और साहस का ग्रह है। यह लगभग 45 दिनों तक एक राशि में रहता है। अभी यह अपनी ही राशि वृश्चिक में स्थित है, जिससे इसकी शक्ति कई गुना अधिक मानी जाती है। 7 दिसंबर को मंगल धनु में गोचर करेगा। यह परिवर्तन लोगों में नई ऊर्जा, जल्दी परिणाम पाने की मानसिकता और स्पोर्ट्स, आर्मी, पुलिस तथा प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता की संभावना को बढ़ाएगा। हालांकि आवेश या गुस्सा बढ़ने की भी संभावना रहती है।
बुध बुद्धि, वाणी, संवाद, व्यापार और विश्लेषण क्षमता का कारक है। दिसंबर में बुध दो बार राशि परिवर्तन करेगा।
6 दिसंबर, रात 8:52 बजे – वृश्चिक में प्रवेश
29 दिसंबर, सुबह 7:27 बजे – धनु में प्रवेश
इन बदलावों से संवाद कौशल मजबूत होगा, लेकिन वक्री अवस्था के कारण कुछ भ्रम या गलतफहमी भी हो सकती है। व्यापार, कागजी कार्य, इंटरव्यू और निर्णयों में सावधानी लाभदायक रहेगी।
बृहस्पति ज्ञान, समृद्धि, संतान, आध्यात्मिकता और अच्छे निर्णयों का प्रतीक है। यह वर्तमान में कर्क राशि में वक्री है और 5 दिसंबर को मिथुन राशि में पुनः प्रवेश करेगा। यह गोचर शिक्षा, आध्यात्मिक विकास, विदेशी कार्यों, नई सीख और रिश्तों में नए अवसर प्रदान करेगा। हालांकि वक्री होने के कारण निर्णय सोच-समझकर लेने होंगे।