जिले में नो मैपिंग का आंकड़ा 29007, मृत्यु, अनुपस्थित, शिफ्टेड आदि मिलाकर 1.63 लाख मतदाताओं के गणना पत्रक नहीं आए सागर.एसआइआर सर्वे मेें मतदाताओं से जुड़े एक-एक डाटा को स्कैन हो गया है। जिले के 18 लाख 14 हजार 792 मतदाताओं की पड़ताल की गई थी, जिसमें मृत्यु, अनुपस्थित, स्थाई रूप से दूसरी जगह स्थानांतरित […]
जिले में नो मैपिंग का आंकड़ा 29007, मृत्यु, अनुपस्थित, शिफ्टेड आदि मिलाकर 1.63 लाख मतदाताओं के गणना पत्रक नहीं आए
सागर.एसआइआर सर्वे मेें मतदाताओं से जुड़े एक-एक डाटा को स्कैन हो गया है। जिले के 18 लाख 14 हजार 792 मतदाताओं की पड़ताल की गई थी, जिसमें मृत्यु, अनुपस्थित, स्थाई रूप से दूसरी जगह स्थानांतरित हुए और पहले से रजिस्टर्ड मतदाताओं की संख्या सामने आ गई है। जिले में 36451 मतदाताओं की मृत्यु हो चुकी है, वहीं 35543 मतदाता अनुपस्थित पाए गए हैं। बीएलओ और बीएलए के तमाम प्रयासों के बाद भी उन्हें अब तक ट्रेस नहीं किया जा सका है। 81053 मतदाता ऐसे पाए गए हैं, जो दूसरे स्थानों पर स्थाई रूप से शिफ्ट हो चुके हैं। 10 हजार के लगभग मतदाता डबल या डुप्लीकेट की श्रेणी में मिले हैं। ऐसे कुल 1 लाख 63 हजार 717 मतदाता चिन्हित हुए हैं, जिनके गणना पत्रक वापस नहीं जा सके हैं।
एसआइआर सर्वे की तारीख भारत निर्वाचन आयोग दो बार बढ़ा चुका है, फिर भी अनुपस्थित और नो मैपिंग वाले मतदाताओं की संख्या में इजाफा नहीं हो पाया है। पहली बार 4 दिसंबर तक सर्वे पूर्ण करना था, फिर आयोग ने इसको बढ़ाकर 11 दिसंबर किया और अब सर्वे की आखिरी तारीख 18 दिसंबर तय की गई है, जिसमें कोई बदलाव होना मुश्किल है।
अनुपस्थित मतदाता के मामले में जिले में सबसे ज्यादा खराब स्थिति सागर विस की है। यहां पर 15560 मतदाता मिसिंग में हैं। वहीं नो मैपिंग के मामले में भी सागर विस काफी पीछे है। यहां पर 11933 मतदाताओं की मैपिंग नहीं हो पाई है। किरायेदारी के कारण ही सागर विधानसभा क्षेत्र में अनुपस्थित, शिफ्टेड और नो मैपिंग वाले मतदाताओं की संख्या ज्यादा सामने आई है।